मोहाली के डेराबस्सी में प्रस्तावित एक्सप्रेस हाईवे के खिलाफ किसान हुए लामबंद, 30 गांव के जमींदारों ने शुरू किया विरोध

मोहाली में डेराबस्सी के गांवों में से निकलने वाले प्रस्तावित 200 फुट चौड़े एक्सप्रेस हाईवे का विरोध शुरू हो गया है। प्रस्तावित एक्सप्रेस वे एयरपोर्ट से आ रही 200 फुट चौड़ी रोड को अंबाला के साथ जोड़ेगा। गांव के लोगों में इसको लेकर रोष है।

By Vinay kumarEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 01:41 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 06:00 PM (IST)
मोहाली के डेराबस्सी में प्रस्तावित एक्सप्रेस हाईवे के खिलाफ किसान हुए लामबंद, 30 गांव के जमींदारों ने शुरू किया विरोध
मोहाली के डेराबस्सी के गांवों में से निकलने वाले प्रस्तावित एक्सप्रेस हाईवे का विरोध शुरू हो गया है।

डेराबस्सी (मोहाली), जेएनएन। डेराबस्सी के गांवों में से निकलने वाले प्रस्तावित 200 फुट चौड़े एक्सप्रेस हाईवे का विरोध शुरू हो गया है। लगभग 43 किलोमीटर लंबे प्रस्तावित एक्सप्रेस वे के तहत डेराबस्सी बनूड़ एवं अंबाला के करीब 36 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। प्रस्तावित एक्सप्रेस वे एयरपोर्ट से आ रही 200 फुट चौड़ी रोड को अंबाला के साथ जोड़ेगा। डेराबस्सी के गांव बाकरपुर और परागपुर में से निकल कर एयरपोर्ट की ओर से आ रहे पीआर 7 रोड को अंबाला के साथ जोड़ने का काम शुरू हो गया था। उक्त गांवों के जमींदरों ने आज डिमारकेशन का काम रुकवा दिया। जमींदरों का विरोध इस बात को लेकर है, कि प्रोजेक्ट को पारदर्शी बनाकर उन्हें आने वाली समस्याओं पर सरकार ध्यान दे।

उक्त मामले में प्रभावित 30 के करीब गांवों के जमींदर पहले ही एक संयुक्त संघर्ष कमेटी बनाकर विरोध जता रहे हैं। किसानों का कहना है कि उनकी जमीन पर बनने वाले इस हाईवे की उंचाई 8 से 10 फुट होगी और प्रभावित गांवों के बाशिंदों को इस रोड पर चढ़ने की इजाजत नहीं होगी। इसके अलावा प्रभावित जमींदारों की रोजी-रोटी के बारे में सरकार मौन है। यहां ज्यादातर किसान 2 से 3 एकड़ कि जमींदारी, वाले किसान हैं। इनकी जमीन छीनने पर इन्हें अपने गुजर-बसर के लाले पड़ जाएंगे।

इस प्रोजेक्ट के तहत 25 गांवों का 3 डी सर्वे पहले ही हो चुका है जबकि बाकी दर्जन भर गांवों का सर्वे अभी होना बाकी है। आज डेराबस्सी के गांव बाकरपुर एवं परागपुर में डीजीपीएस अर्थात डिफरेंशिएट ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम के जरिए निशानदेही की जा रही थी, परंतु किसानों ने बुरजियां लगाने का काम रुकवा दिया। किसानों का कहना है कि सरकार पारदर्शी तरीके से उनकी समस्याओं का समाधान पहले करें उक्त एक्सप्रेसवे जीरकपुर के  गांव शताबगढ़ के पास से पीआर 7 रोड से जुड़कर डेराबस्सी के बाकरपुर प्रागपुर से गुजरती हुई अंबाला तक पहुंचेगी।

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