चंडीगढ़ जिला अदालत में लोगों को लूट रहे नकली वकील और मुंशी, चालान निकलवाने के नाम पर ऐंठते हैं मोटी रकम
जिला अदालत के बाहर इन नकली वकीलों का जमावड़ा सुबह से ही लग जाता है। अदालत में आने वाले लोगों को रोककर यह लोग उनसे चालान निकलवाने के बारे में बात करते हैं। लोगो के साथ सेटिंग कर उनसे पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़। सेक्टर-43 स्थित जिला अदालत परिसर में टाउट, नकली वकील और मुंशी बन कर लोगों को लूटने का कारोबार जमकर हो रहा है। इन्हें रोकने में पुलिस और चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन भी नाकामयाब साबित हो रही है। जिला अदालत के बाहर लोगों को लूटने का धंधा जोरों पर चल रहा है।
यह नकली वकील और मुंशी लोगों के वाहनों के चालान निकलवाने के लिए कोर्ट के समक्ष पेश होने का दावा कर उनसे 2500 से 4000 रुपये तक ऐंठ लेते हैं। वहीं, पैसे लेने के बाद यह नकली वकील और मुंशी न तो लोगों से संपर्क करते हैं और न ही उनकी कॉल को रिसीव करते हैं। कई नकली वकील और मुंशी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपना नंबर तक बंद कर दिया है। ऐसी नकली वकील और मुंशी के खिलाफ न केवल डिस्ट्रिक्ट बार काउंसिल बल्कि चंडीगढ़ पुलिस में भी काफी शिकायतें आ चुकी हैं।
लोक अदालत में लोगों को ठगा
जिला अदालत में सेक्टर-38 निवासी आकाश और मोहाली के बलौंगी में रहने वाले राहुल ने चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन को शिकायत दी। आकाश ने बताया कि वह बीते दिनों लोक अदालत में दोस्त का चालान छुड़वाए आए थे। वहीं टाउट ने उनसे कोर्ट के बाहर चालान छुड़वाने के लिए 2700 रुपये लिए थे और राहुल ने बताया कि उन्होंने करीब 3 महीने पहले पॉल्यूशन का चालान छुड़वाने के लिए 3200 रुपये दिए थे जिस वकील को उन्होंने पैसे दिए उन्होंने उसका नाम इंद्र बताया और वकील बनकर उनका मुंशी दोनों युवकों से मिला था। बार एसोसिएशन में रोजाना नकली वकीलों और मुंशी के खिलाफ एक दिन में औसतन 5 से 7 शिकायतें आ रही हैं।
सुबह से लग जाता है कोर्ट के बाहर जमावड़ा, रोकने वाला कोई नहीं
जिला अदालत के बाहर इन नकली वकीलों का जमावड़ा सुबह से ही लग जाता है। अदालत में आने वाले लोगों को रोककर यह लोग उनसे चालान निकलवाने के बारे में बात करते हैं। लोगो के साथ सेटिंग कर उनसे पैसे लेकर गायब हो जाते हैं। जिला अदालत के बाहर ऐसे एक-दो नहीं बल्कि नकली वकीलों और मुंशियो का अंबार लगा हुआ है जो लोगों को लूटने का काम कर रहे हैं।
अदालत में नहीं होता है आइकार्ड चेक
इन नकली वकीलों का हौसला इसलिए भी सातवें आसमान पर है क्योंकि न तो एंट्री के समय गेट पर इनका आइडी कार्ड चेक होता है और न ही अदालत में जज ही इन लोगों का लाइसेंस या फिर आइडी चेक करते हैं। इस वजह से यह लोग अपने आप को वकील बता कर लोगों से पैसे इकट्ठा कर गायब हो जाते हैं। इसके साथ ही ये नकली वकील अपना मोबाइल नंबर तक बंद कर देते हैं। कोर्ट में वकीलों के कपड़े पहन कर एंट्री करते हैं और खुद को वकील बताते हैं।
----
"हमारे पास ऐसी शिकायतों का अंबार लगा हुआ है और इसको लेकर चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन बहुत ही ज्यादा गंभीर है। जो टाउट नकली वकील और मुंशी बन कर कोर्ट में आ रहे हैं, उन लोगों का आइडी कार्ड चेक होना चाहिए। इसके साथ एसोसिएशन की और से ऐसे वकीलों की पहचान करके उनके खिलाफ विजिलेंस में शिकायत की जाएगी और जो भी बनती कार्रवाई होगी वह करेंगे। पैनल के साथ बात करके नियमों में बदलाव किया जाएगा।
एडवोकेट भाग सिंह सुहाग, अध्यक्ष, चंडीगढ़ डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन।