विशेषज्ञों ने डेंगू बुखार की दी जानकारी
कोरोना महामारी के बाद शहर में इन दिनों डेंगू का प्रकोप चल रहा है। आए दिन अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
जागरण संवाददाता, जीरकपुर : कोरोना महामारी के बाद शहर में इन दिनों डेंगू का प्रकोप चल रहा है। आए दिन अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। जीरकपुर स्थित मेयर अस्पताल के मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ डा. हरदीप सिंह ने वर्कशॉप के दौरान डेंगू बुखार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डेंगू का मच्छर से पैदा होता है। उन्होंने कहा कि डेंगू एक वायरस से संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से होता है। मच्छर तब संक्रमित हो जाता है जब वह डेंगू वायरस के साथ पीड़ित व्यक्ति को उसके खून में काटता है। उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधा नहीं फैल सकता।
डा. हरदीप ने डेंगू के लक्षण पर भी बातचीत की। आम तौर पर संक्रमित मच्छर के काटने से चार से छह दिन में प्रभाव शुरू होता है। इनमें तेज बुखार, ज्यादा सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, गंभीर जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में दर्द, थकावट, उल्टी, दस्त, चमड़ी का रोग व हलका खून (जैसे कि नाक व मसूड़ों से खून) निकलना है। उन्होंने कहा कि कई बार डेंगू बुखार खतरनाक रूप ले लेता है, जोकि डेंगू हैमराजिक बुखार व डेंगू शौक सिडरोम (डीएसएस) हो सकता है। लक्षण अंदरुनी खून बहने से लेकर सदमे व मौत का कारण भी बन जाता है। इसके इलाज पर बातचीत करते हुए विशेषज्ञ ने बताया कि डेंगू बीमारी के इलाज के लिए कोई खास दवाई नहीं है, पर समय पर ध्यान देने के साथ व उचित इलाज शुरू करने के साथ इस बीमारी से ठीक हो सकते हैं। खुद दवाई लेने की जगह अपने डाक्टर्स से सलाह लेकर इलाज करवाएं। उन्होंने लोगों को सुझाव देते हुए कहा कि वह अपने आसपास मच्छर पैदा न होने दें। अपने आसपास सफाई रखें और डाक्टरी सलाह लेते रहें।