सिविल अस्पताल में नाम से लेकर सबकुछ बदला

फेज-6 स्थित डॉक्टर बीआर आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मरीजों व तीमारदारों के लिए नई सेवाएं शुरू की जा रही हैं। ध्यान रहे कि उक्त कॉलेज पहले फेज-6 का सिविल अस्पताल कहलाता था लेकिन अब यहां मेडिकल कॉलेज चलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 08:34 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 08:34 AM (IST)
सिविल अस्पताल में नाम से लेकर सबकुछ बदला
सिविल अस्पताल में नाम से लेकर सबकुछ बदला

जागरण संवाददाता, मोहाली : फेज-6 स्थित डॉक्टर बीआर आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मरीजों व तीमारदारों के लिए नई सेवाएं शुरू की जा रही हैं। ध्यान रहे कि उक्त कॉलेज पहले फेज-6 का सिविल अस्पताल कहलाता था, लेकिन अब यहां मेडिकल कॉलेज चलेगा। इसका नाम पहले गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज मोहाली रखा जाना था, लेकिन अब नाम बदल दिया गया है। इस मेडिकल कॉलेज को लेकर अस्पताल के पुराने स्वरूप में अनेक प्रकार के बदलाव किए गए हैं। कॉलेज अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हुआ है, लेकिन यहां आने वाले मरीजों की भीड़ देखते हुए अस्पताल के पार्किंग एरिया में नया रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाया गया है। यह काउंटर अब मरीजों के लिए चालू कर दिया गया है। ताकि ओपीडी एरिया में जाने वाले मरीजों को परेशानी न उठानी पड़े। पहले ओपीडी एरिया में रजिस्ट्रेशन काउंटर बना हुआ था। जहां पर रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की लंबी लाइन लगी होती थी और अंदर जाना आना मुश्किल होता था। अस्पताल के पुराने कमरों को तोड़कर अनेक प्रकार के बदलाव किए गए हैं। जिसमें सबसे बड़ा बदलाव पुरानी बिल्डिग के ऊपर एक नई मंजिल बनाई गई है। ऊपरी मंजिलों तक जाने के लिए अस्पताल में दो लिफ्ट बनाई गई हैं। लिफ्ट शुरू होने से मरीजों के लिए आनाजाना आसान हो गया है। पहले मरीज व तीमारदार सीढि़यों और रैंप के जरिए ऊपर जाते थे। सिर्फ एक ही मंजिल थी। अब दो मंजिला इमारत बना दी गई है, ताकि यहां आने वाले मरीजों को बेड की कमी न हो सके। मेडिकल कॉलेज को जो हॉस्टल दिया जाना है उसके लिए पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन की पूरी बिल्डिग को कॉलेज के तौर पर तैयार किया गया है। यहां पर बॉयज और ग‌र्ल्स हॉस्टल अलग-अलग बनाए गए हैं। मेडिकल कॉलेज के लिए अस्पताल की पुरानी इमरजेंसी की इमारत को भी बढ़ाकर करीब दोगुना कर दिया गया है। पहले यहां एक वार्ड था। अब तीन वार्ड बना दिए गए हैं। एक छोटा ऑपरेशन थिएटर भी बनाया गया है, ताकि माइनर ऑपरेशन किए जा सकें। इमरजेंसी एरिया के साथ ही लैब भी अब पीछे तब्दील कर दी गई है। पूरे एरिया की रेनोवेशन की गई है। इमरजेंसी को ऑक्सीजन पाइपलाइन से भी लेस किया गया है। पूरा एरिया सीसीटीवी कैमरे की नजर में रखा गया है।

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