बिजली सप्लाई होगी प्रभावित, 436 इंप्लाइज का कार्यकाल नहीं बढ़ा

यूटी पावरमैन यूनियन के आह्वान पर जेम पोर्टल के माध्यम से ठेकेदारों द्वारा कान्ट्रेक्ट पर रखे कर्मचारियों का कार्यकाल खत्म होने से पहले न लगाने और कार्यकाल को नहीं बढ़ाने के खिलाफ बिजली कर्मियों ने बुधवार को संघर्ष की शुरुआत कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:12 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:12 PM (IST)
बिजली सप्लाई होगी प्रभावित, 436 इंप्लाइज का कार्यकाल नहीं बढ़ा
बिजली सप्लाई होगी प्रभावित, 436 इंप्लाइज का कार्यकाल नहीं बढ़ा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : यूटी पावरमैन यूनियन के आह्वान पर जेम पोर्टल के माध्यम से ठेकेदारों द्वारा कान्ट्रेक्ट पर रखे कर्मचारियों का कार्यकाल खत्म होने से पहले न लगाने और कार्यकाल को नहीं बढ़ाने के खिलाफ बिजली कर्मियों ने बुधवार को संघर्ष की शुरुआत कर दी है। संघर्ष के पहले दिन डिविजन नंबर-4 सेक्टर-34 के अधीन काम कर रहे कर्मचारियों ने बिजली दफ्तर सेक्टर-34 के सामने दिनभर धरना दिया।

यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह और महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने कहा कि आउटसोर्स पर रखे गए ड्राइवर, एलडीसी, सहायक लाइनमैन और लाइनमैन का टेंडर जल्दी लगाने व टेंडर तक कार्यकाल बढ़ाया जाए। इस दौरान वेतन का भुगतान भी किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार व प्रशासन एक साजिश के तहत विभाग को बदनाम कर खत्म करना चाहते हैं। बिजली कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। विभाग कई वर्षो से सस्ती व निर्विघ्न बिजली देने के बावजूद मुनाफा कमा रहा है। लाइन लॉस 10 प्रतिशत से कम है। बिजली की दरें इस साल और घटी हैं, लेकिन प्रशासन को यह बात हजम नहीं हो रही है। इसलिए इसके विपरीत न कर्मचारी भर्ती किए जा रहे हैं न सामान का इंतजाम किया जा रहा है। गोपल जोशी ने कहा कि सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए जा रहे हैं। प्रशासन केवल निजीकरण की प्रक्रिया में व्यस्त है। पूरा सिस्टम इसी में लगा है। रिक्त पद नहीं भरे

संयुक्त सचिव अमरीक सिंह ने कहा कि विभाग में 1780 संशोधित पद हैं। पिछले दो-तीन वर्षो से इन्हें नहीं भरा जा रहा। यहां तक कि अब प्रमोशन देना भी बंद कर दिया है। इस कारण नियमित कर्मचारी घटकर केवल 625 रह गए हैं। काम चलाने के लिए चार साल पहले संशोधित पदों पर 250 सहायक लाइनमैन, 30 लाइनमैन, 50 क्लर्क बकायदा टेस्ट लेकर रखे थे। उसी तरह 41 ड्राइवर रखे थे, लेकिन अब जानबूझकर इनके टेंडर न लगाकर और समय न बढ़ाकर इस गर्मी में समूचा सिस्टम खत्म कर जनता को परेशानी में डाला जा रहा है। गुरमीत सिंह ने कहा इससे जनता में विभाग की छवि खराब करने की साजिश है। इससे निजीकरण करने में आसानी हो सके। उन्होंने 24 जून को बिजली दफ्तर सेक्टर-19 में प्रदर्शन का आह्वान किया है।

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