चंडीगढ़ की सड़कों पर अगले हफ्ते से दौड़ेगी इलेक्ट्रिकल बस, सबसे पहले इस रूट चलाया जाएगा

डीगढ़ में इलेक्ट्रिक बस का सफर करने के लिए अब वो लंबा इंतजार नहीं करना होगा। इलेक्ट्रिक बस अगले सप्ताह से भी चंडीगढ़ में दौड़ने लगेगी। चंडीगढ़ में कुल 40 इलेक्ट्रिकल बसें आएंगी। चंडीगढ़ का ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट इन बसों को किलोमीटर स्कीम के हिसाब से चला रहा है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:59 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:59 PM (IST)
चंडीगढ़ की सड़कों पर अगले हफ्ते से दौड़ेगी इलेक्ट्रिकल बस, सबसे पहले इस रूट चलाया जाएगा
शहर में पहली इलेक्ट्रिकल बस पहुंच चुकी है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक बस का सफर करने के लिए अब वो लंबा इंतजार नहीं करना होगा। इलेक्ट्रिक बस अगले सप्ताह से भी चंडीगढ़ में दौड़ने लगेंगी। पहले इलेक्ट्रिक बस चंडीगढ़ पहुंच रही है। इस बस को सबसे पहले पीजीआइ से मनीमाजरा के रूट पर चलाया जाएगा। पहले 15 से 20 दिन तक बस का ट्रायल रन होगा। इस दौरान बस में पैसेंजर सवार नहीं होंगे, केवल इतने पैसेंजर जितना भार के साथ बस का ट्रायल किया जाएगा।

बस को पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनोर हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके बाद बसों में पैसेंजर बिठाने की शुरुआत हो जाएगी। फिर इस रूट पर कोई भी इलेक्ट्रिक बस में सफर कर सकेगा। सितंबर तक यूटी प्रशासन को ऐसी 20 इलेक्ट्रिक बस मिल जाएंगी। इसके बाद इनकी संख्या बढ़कर 40 हो जाएंगी। यह बसें चेन्नई से चंडीगढ़ पहुंच रही हैं।

बता दें कि चंडीगढ़ का ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट इन बसों को किलोमीटर स्कीम के हिसाब से चला रहा है। जिसमें अशोक लेलैंड कंपनी को बसें उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी गई है। इन बसों के ऑपरेशन से मेंटेनेंस तक सब काम अशोक लेलैंड कंपनी ही करेगी। कंपनी बसों के लिए सीटीयू की डिपो में चार्जिंग स्टेशन सेटअप करेगी, जहां इन बसों को चार्ज किया जा सकेगा। इसके बाद बसों को यहीं से चलाया जाएगा। वहीं बस में कंडक्टर चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) का ही होगा। रेवेन्यू का सारा लेखा जोखा कंडक्टर के पास ही रहेगा। बदले में सीटीयू कंपनी को 62 रुपये प्रति किलोमीटर अदा करेगा। जितना भी रेवेन्यू होगा वह सीटीयू के पास ही रहेगा।

यह सभी बसें पहले सीटीयू ने अपने खर्चे पर खरीदने की सोची थी लेकिन बसों की कीमत 2 से ढाई करोड़ रुपये होने की वजह से इन बसों को खुद खरीदने का प्लान कैंसिल करना पड़ा। केंद्र सरकार ने भी बसों के लिए बजट देने से इंकार कर दिया था। हालांकि बाद में फेयर स्कीम के तहत चंडीगढ़ को केंद्र सरकार ने 80 इलेक्ट्रिक बसें देने का फैसला लिया। इससे पहले ही ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने बसों को किलोमीटर स्कीम के तहत चलाने का निर्णय लिया और इसके लिए टेंडर जारी किया गया। कई टेंडर में बसों की कंपनियों ने प्रति किलोमीटर बहुत ज्यादा रेट दिए, इस वजह से टेंडर आवंटित नहीं किया गया। कुछ शर्तों में ढील दिए जाने के बाद अशोक लेलैंड 62 रुपये किलोमीटर प्रति कि दर से बस चलाने के लिए रेट कोर्ट किया। इसके बाद कंपनी को टेंडर आवंटित किया गया। अब 40 बस यही कंपनी उपलब्ध करवाएगी l

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