सीनेट ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र का चुनावी दंगल तैयार, पुराने धुरंधर ही देंगे टक्कर

पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव का सबसे रोमांचक मुकाबला 26 सितंबर को होने जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:59 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 07:59 PM (IST)
सीनेट ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र का चुनावी दंगल तैयार, पुराने धुरंधर ही देंगे टक्कर
सीनेट ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र का चुनावी दंगल तैयार, पुराने धुरंधर ही देंगे टक्कर

डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़

पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव का सबसे रोमांचक मुकाबला 26 सितंबर को होने जा रहा है। सीनेट की 15 सीटों के लिए ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र से इस बार मुकाबला काफी कांटे का होगा। एक तरफ पीयू सीनेट के पुराने धुरंधर सीट पक्की करने में जुटे हैं, तो कई युवा उम्मीदवार बड़ा उलटफेर कर सभी को चौंका सकते हैं। इन सीटों के लिए कुल 41 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। सीनेट विशेषज्ञों के अनुसार आठ से नौ उम्मीदवार फिर से सीनेट में सीट पक्की कर लेंगे। कई सीनेटर इस बार सीनेट में पहुंचने का नया रिकार्ड भी बना बनाएंगे। महिला कैंडिडेट्स में एक-दो ही मुकाबलें में टिक पाएंगी।

ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र से छह बार जीत चुके पीयू ईवनिग विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डा. रबींद्रनाथ शर्मा उम्र के साथ ही जोश में भी सबसे आगे हैं। उधर, दूसरे उम्मीदवार डा. मुकेश अरोड़ा भी सातवीं बार सीनेट में आने के सबसे प्रबल दावेदारों में हैं। वह दो बार टीचर तो चार बार ग्रेजुएट चुनाव क्षेत्र से जीते हैं। डीएवी कॉलेज-10 के पूर्व प्रिसिपल डा. बीसी जोसन पांचवी बार सीनेट में पहुंचने की तैयारी में हैं। डीएवी कॉलेज के प्रोफेसर मनीष वैयर भी डीएवी मैनेजमेंट कमेटी के संभावित विजेता कैंडिडेट हैं। मोहाली स्थित डायरेक्टर शिक्षा विभाग में कार्यरत प्रभजीत सिंह पांचवीं बार जीत के लिए जोरआजमाइश कर रहे हैं। दो बार सीनेट चुनाव जीत चुके नरेश गौड़ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पीएयू लुधियाना में कार्यरत हैं। नरेश भी तीसरी बार सीनेट में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं। बैंक यूनियन के पदाधिकारी नरेश की कर्मचारियों पर अच्छी पकड़ है।

एसडी कॉलेज-32 में कॉमर्स विभाग के पूर्व हेड और पीफैक्टो के जनरल सेक्रेटरी डा. जगवंत सिंह दूसरी बार सीनेट की तैयारी में जुटे हैं। पंजाब के टीचर्स का काफी बड़ा वोट बैंक है। 2016 सीनेट में सबसे कम उम्र में सीनेटर बने सिकरी होशियारपुर निवासी संदीप सिंह दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। मलोट के मनीष पाल सिंह 2008 और 2016 सीनेट में जीत चुके हैं। चुनावी दंगल में पीयू छात्र नेता देंगे कड़ी टक्कर

नई सीनेट के 36 नॉमिनेटेड सदस्यों में इस बार भी छात्र काउंसिल को जगह नहीं मिली है। इस बार कई पूर्व छात्र नेता मैदान में हैं। डीएवी कॉलेज-10 में असिस्टेंट प्रोफेसर डा. अमित भाटिया पूरी तैयारी के साथ उतरे हैं। डा. भाटिया 2009 में पीयू स्टूडेंट काउंसिल के प्रेसिडेंट रहे हैं। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में बार काउंसिल प्रेसिडेंट और पीयू के छात्र नेता डीपीएस रंधावा, पीयू कैंपस में सोपू प्रधान रह चुके सिमरनजीत सिंह ढिल्लो और रविद्र सिंह भी चुनावी मैदान में हैं। युवा सीनेटर वरींद्र सिंह गिल दो बार सीनेट में पहुंच चुके हैं।

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