पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल का चुनाव में घोषणाओं पर बड़ा बयान, कहा, चुनाव मैनिफेस्टो की हो कानूनी बाध्यता

पंंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिं‍ह बादल ने राजनीतिक पार्टियों में चुनाव से पहले घोषणाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। इसके साथ ही चुनाव घोषणापत्र को लेकर उन्‍होंने सवाल उठाया है। बादल ने कहा कि चुनाव घोषणा पत्राें को कानूनी रूप से बाध्‍य किया जाए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 12:44 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 12:44 PM (IST)
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल का चुनाव में घोषणाओं पर बड़ा बयान, कहा, चुनाव मैनिफेस्टो की हो कानूनी बाध्यता
पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल। फाइल फोटो

चंडीगढ़़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। Punjab Assembly Election 2022: पंजाब अब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राजनीतिक दलों में लोकलुभावन घोषणाओंं और वायदोंं की होड़ लगी हुई है। इसको लेकर सवाल भी उठाए जा रहे हैं और पंजाब की सियासत गर्मा गई है। पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंंह सिद्धू के बाद पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने भी इस पर सवाल उठाया है। बादल ने राजनीतिक दलों के चुनाव घोषणा पत्रों को लेकर बड़ी बात कही है। उन्‍हाेंने कहा है कि चुनाव घोषणा पत्र को कानूनी बाध्‍यता के तहत लाया जाए।  

दरअसल, पंजाब में अगले साल फरवरी में विधानसभा के चुनाव होने हैं और सभी पार्टियां एक से बढ़कर एक ऐलान कर रही हैं । पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इन घोषणाओं को लेकर जारी होड़ पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनावी घोषणा पत्र को कानून बाध्य करने की मांग उठाई है। आज पार्टी के ट्विटल हैंडल पर प्रकाश सिंह बादल का एक वीडियाे अपलोड किया गया है। इसमें बादल कह रहे हैं कि सरकार का मतलब होता है कि जो वादा करे, उसे पूरा करें।

उन्होंने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र (Election Manifesto) को कानूनी रूप से बाध्‍य किया जाना चाहिए। बादल ने कहा, 'अब यह हो गया है कि ऐलान करते रहो हो, बेशक कुछ भी न, लोगों की आंखों में धूल झोंकते रहो। कभी कहते हैं कि इतने लोगों को पक्का कर दिया और पक्के होने वाले कहते हैं हमें किसी ने पक्का नहीं किया।' बादल ने कहा, किसानों को अभी कितना बड़ा नुकसान हुआ है उसका जो मुआवजा मिलना चाहिए था।  वह नहीं दिया गया है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी की सरकार जिम्मेदार है।

प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि इस पार्टी की सरकार का पुराना रिकार्ड इतना खराब है। इन्होंने जितने जुल्म सिखों पर किए हैं उतने तो अंग्रेजों और मुगलों ने भी नहीं किए। दरबार साहिब पर हमला, 1984 का कत्लेआम इसके उदाहरण हैं। कांग्रेस ने हमारी राजधानी छीन ली, पानी छीन लिया। सियासी और आर्थिक तौर पर नुकसान करने का कोई भी मौका नहीं  छोड़ा। उन्होंने हैरानी जताई कि जब कोई कांग्रेस के मुख्यमंत्री प्रमाणित करता है कि दरबार साहिब पर हमला ठीक है ।

काबिले गौर है कि शिअद के प्रधान सुखबीर बादल ने पिछले दिनों जब अपने 13 सूत्रीय कार्यक्रम का ऐलान किया था, तब उन्होंने कहा था कि अकाली भाजपा के कार्यकाल के दौरान पार्टी ने अपने हर बड़े वादों को पूरा किया था लेकिन कांग्रेस ने 2017 के लिए जो वादे किए थे उनमें से कोई पूरा नहीं किया और लोगों को गुमराह करके वोट हासिल किए। अब एक बार फिर से चुनाव सिर पर हैं और पार्टियों पंजाब के खजाने की हालत देखे बिना एक दूसरे से बढ़कर वादे कर रह हैं। 

देश के सबसे वयोवृद्ध विधायक व पांच बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का यह कहना अपने आप बहुत महत्वपूर्ण है कि चुनावी घोषणा पत्र की कानूनी बाध्यता होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह नहीं कहा कि जो पार्टी इसे पूरा नहीं करती उस पर क्या कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।  

chat bot
आपका साथी