राजिंदरा अस्पताल पटियाला में अचानक पीपीई किट पहनकर पहुंचे डीसी, कहा- मैं स्टाफ के कामकाज से खुश

पटियाला के डीसी पीपीई किट पहनकर अचानक राजिंदरा अस्पताल पहुंचे। डीसी कुमार अमित ने वहां मरीजों व कर्मचारियों से की। निरीक्षण के बाद डीसी ने कहा कि वह अस्पताल में कोविड मरीजों के लिए की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 05:52 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 05:55 PM (IST)
राजिंदरा अस्पताल पटियाला में अचानक पीपीई किट पहनकर पहुंचे डीसी, कहा- मैं स्टाफ के कामकाज से खुश
राजिंदरा अस्पताल में पीपीई किट पहनकर व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे डीसी। फोटो डीपीआर

जेएनएन, चंडीगढ़/पटियाला। राजिंदरा अस्पताल पटियाला से संबंधित सोशल मीडिया पर किए जा रहे झूठे प्रचार को रोकने के लिए पटियाला के डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित ने मंगलवार को अस्पताल के कोविड वार्ड का अचानक निरीक्षण किया। डीसी ने अन्य अधिकारियों के साथ कोविड वार्ड के प्रबंधों का निरीक्षण किया और मरीज़ों के साथ बातचीत की।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि यह प्रमुख संस्था, संकट की इस घड़ी में कोविड मरीज़ों का मानक इलाज यकीनी बनाकर मानवता की सही सेवा कर रही है। उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि डॉक्टर, पैरा मेडिकल स्टाफ, सेनेटरी कर्मचारियों समेत सारी टीम पूरे जोश के साथ मानवता की सेवा में लगी हुई थी।

डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि यह प्रमुख संस्था न सिर्फ पटियाला, बल्कि पूरे मालवा क्षेत्र और अन्य राज्यों के लोगों की सेवा भी कर रही है। उन्होंने कहा कि राजिंदरा अस्पताल की समर्पित टीम द्वारा निभाई जा रही शानदार सेवा को इतिहास में सुनहरे शब्दों में लिखा जाएगा। कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर इस प्रमुख संस्था के खि़लाफ़ किया गया प्रचार बेतुका, हकीकत से कोसों दूर और पूरी तरह बेबुनियाद है।

इस अचानक दौरे के दौरान डॉक्टर, नर्सें और वार्ड अटेंडेंट तन-मन से अपनी ड्यूटी करते हुए पाए गए और मरीज़ों की नियमित देखभाल की जा रही थी। इसी तरह वार्ड की अच्छी तरह सफ़ाई की हुई थी और आइसीयू फ्लोर की सफ़ाई को यकीनी बनाने की कोशिश साफ़ दिखाई दे रही थी। वॉशरूम की चेकिंग के दौरान भी सफ़ाई तसल्लीबख्श पाई गई और सेवादार अपनी सेवाएं शानदार ढंग से निभा रहे थे।

हालांकि यह देखा गया है कि ज़्यादा मरीज़ों के अस्पताल में आने के कारण वॉशरूमों की नियमित सफ़ाई की ज़रूरत होती है, जिसके लिए सेवादार पहले ही ड्यूटी पर लगाए हुए थे। बहुत से मरीज़ अपने रिश्तेदारों के साथ बात करते हुए अपने मास्क हटा लेते हैं, जिसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं, इससे बचने के लिए अस्पताल के अमले द्वारा नियमित काऊंसलिंग की जा रही थी।

इसी तरह मरीज़ों को खाने-पीने के पदार्थों की नियमित आपूर्ति की जा रही थी, जिसके लिए पहले से ही एक व्यावहारिक ढंग अपनाया गया था। अधिकारियों ने कंट्रोल रूम की जांच भी की, जहां सलाहकार और डॉक्टर नियमित तौर पर मरीज़ों के रिश्तेदारों को उनकी स्वास्थ्य स्थिति संबंधी अपडेट दे रहे थे। अधिकारियों ने मरीज़ों के रिश्तेदारों को इस संकट की घड़ी से निपटने के लिए एक मानव हितैषी पहुंच अपनाने के लिए कहा।

chat bot
आपका साथी