पंजाब कांग्रेस में थम नहीं रही कलह, सांसद दूलों ने अब छो़ड़ा दलित नेता को सीएम बनाने का शिगूफा
Punjab Congress पंजाब कांग्रेस में कलह थमने के बजाए बढ़ती जा रही है। राज्य में कांग्रेस सांसद शमशेर सिंह दूलो ने अब पार्टी में दलित सीएम का शिगूफा दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस को बचाना है तो पार्टी दलित नेता काे सीएम बनाने का एलान करे।
चंडीगढ़, [इन्द्रप्रीत सिंह]। Punjab Congress: पंजाब कांग्रेस में कलह थमने के बजाए बढ़ती जा रही है। असंतुष्ट नेता मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर कई तरीके से हमले कर रहे हैं। अब पार्टी के राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलो ने दलित सीएम का शिगूफा छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बचाना है तो पार्टी पंजाब में किसी दलित नेता को सीएम बनाने की घोषणा करनी चाहिए।
कहा- कांग्रेस को बचाना है तो दलित को सीएम बनाने की घोषणा करे पार्टी
दूलो ने दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत कहा कि पिछले 75 सालों में पंजाब में ब्राह्मण, जट्ट सिख और पिछड़े वर्ग को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल चुका है, लेकिन आबादी के लिहाज से सबसे ज्यादा होने के बावजूद दलितों को यह मौका कभी नहीं मिला। उन्होंने कहा कि दलित समुदाय कांग्रेस का प्रतिबद्ध वोट बैंक रहा है। ऐसा इसलिए है कि पहले पार्टी उनके हितों बात करती थी लेकिन आज उनका केवल वोटबैंक के तौर पर उपयोग किया जा रहा है।
कहा- 75 साल में जट्ट, ब्राह्मण , बीसी सभी रह चुके हैं सीएम, दलितों को मौका मिले
उन्होंने राज्य के कैबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार साल तक दलित मुद्दों पर चुप रहने वाले चन्नी आज क्यों बैठकें कर रहे हैं। आज इनके मन में अचानक दलितों के लिए दर्द क्यों जाग उठा है। क्या इन्हें 2022 के चुनाव में कांग्रेस और इनकी अपनी क्या स्थिति होने वाली है इसका आभास हो गया है।
कैबिनेट मंत्री चरणजीत चन्नी पर साधा निशाना, बोले- अब बैठकें कर रहे हैं, साढ़े चार साल क्या करते रहे
दूलो ने कहा कि अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रिमंडल में बदलाव करने की चर्चा छेड़ दी है, इसलिए इन्हें (चरणजीत सिंह चन्नी) दलितों के मुद्दे याद आ गए हैं। उन्होंने कहा कि एससी स्कॉलरशिप घोटाले के मुद्दे पर चन्नी चुप रहे। अवैध शराब पीकर 134 मरने वाले लोगों में 116 दलित थे , तब इन्होंने एक शब्द भी मुंह से नहीं निकाला। अब चुनाव के कारण बेअदबी और दलितों के मुद्दे इनहें दिखाई देने लगे हैं।
शमशेर सिंह दूलो ने कहा कि 2017 में जब पहली बार मुख्यमंत्री ने मीटिंग बुलाई थी तब उन्होंने बेअदबी, स्कॉलरशिप, बेरोजगारी और तमाम उन मुद्दों पर अपनी बात रखी थी, जिनका वादा करके कांग्रेस सत्ता में लौटी थी। लेकिन, साढ़े चार साल तक इन पर कोई कार्रवाई नहीं हई और हमारे ही समाज के विधायक भी इन मुद्दों पर मौन धारण किए बैठे रहे।
दूलो ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह निशाना साधते हुए कहा कि सीएम बताएं कि उन्होंने किस माफिया को कंट्रोल किया है। अवैध खनन, शराब, ट्रांसपोर्ट आदि माफिया सभी उसी तरह से चल रहे हैं जैसे अकालियों के समय में चलते रहे हैं। उन्होंने कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह से मेरी कोई निजी रंजिश नहीं है। मैं तो केवल जनहितों और मुद्दों की बात कर रहा हूं। इस बारे में मैंने कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी को भी बताया हुआ है। मैं नहीं जानता कि इस मुद्दों पर कार्रवाई न करवाने के पीछे हाई कमान की क्या मजबूरी है।
दलबदलुओं के कारण हो रहा है कांग्रेस का नुकसान
दूलो ने कहा कि कांग्रेस में आज टकसाली कांग्रेसी कहां हैं। दूसरी पार्टियों से लाए हुए लोगों को उनके ऊपर बिठाया जा रहा है। कभी आतंकवाद की गतिविधियों में संलिप्त लोगों को पार्टी में लाया जा रहा है तो कभी धनाढ्यों को। गरीब वर्ग की कांग्रेस में सुनने वाला अब कौन है। न ही सीनियर कांग्रेसी नेता बैठकों में इसकी मुखालफत करते हैं।
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