जीरकपुर में डायरिया की दस्तक, एसएमओ को नहीं जानकारी

सावधान! अगर डायरिया जैसी भयानक बीमारी से बचना है तो खुद ही रखना होगा अपना ध्यान क्योंकि जिस तरह से डायरिया शहर में फैल चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 10:55 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 10:55 PM (IST)
जीरकपुर में डायरिया की दस्तक, एसएमओ को नहीं जानकारी
जीरकपुर में डायरिया की दस्तक, एसएमओ को नहीं जानकारी

संदीप कुमार, जीरकपुर

सावधान! अगर डायरिया जैसी भयानक बीमारी से बचना है तो खुद ही रखना होगा अपना ध्यान, क्योंकि जिस तरह से डायरिया शहर में फैल चुका है। उसकी खबर सेहत विभाग को नहीं है। पीरमुछल्ला के बाद डायरिया ने जीरकपुर क्षेत्र में भी अपनी दस्तक दे दी है। दो दिन में डायरिया के करीब 50 केस सामने आ चुके हैं, लेकिन जब एसएमओ ढकोली पोमी चतरथ से आंकड़ा जानने के लिए संपर्क किया, तो उन्होंने हैरानीजनक जवाब देते हुए कहा कि मुझे इसकी जानकारी ही नहीं है। जब सिविल सर्जन डा. आदर्श पाल कौर को मामले से अवगत करवाया तो उनका कहना था कि विभाग को बताना मरीजों का काम है। जब कोई आएगा ही नहीं तो अस्प्ताल या एसएमओ को कैसे पता चलेगा।

जागरण टीम ने मौका पर ग्राउंड रिपोर्ट जानने की कोशिश की तो जीरकपुर की सुखना कॉलोनी के लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में 50 से ज्यादा लोग बीमार हैं, जिन्हें दस्त व उल्टी लगी हुई हैं और उनका ईलाज चंडीगढ़ जीएमसीएच-32 में चल रहा है। 12 सितंबर से पीरमुछल्ला क्षेत्र में 300 से ज्यादा लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद भी सेहत विभाग का गैर जिम्मेदाराना रवैया देखने को मिल रहा है। जीरकपुर की सुखना कॉलोनी में लोगों के बीमार होने से नगर काउंसिल की नालायकी भी सामने दिखाई दे रही है। लोगों का आरोप है कि दो दिन से सीवरेज की पाइपलाइन टूटने से दूषित पानी वाटर लाइन से होकर पीने वाले पानी में आ रहा था, जिस कारण लोग बीमार हुए। इस मौके पर सुखना कॉलोनी निवासी सलीम ने बताया कि उनके जानकार चार सदस्य उल्टी और दस्त से बीमार हो गए थे जिन्हें ढकौली अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से डाक्टरों ने उन्हें जीएमसीएच-32 भेज दिया था। इसके इलावा राम कुमार नामक व्यक्ति ने बताया कि उसका 12 वर्षीय बेटे को डायरिया हुआ है उसका ईलाज भी जीएमसीएच 32 में चल रहा है। सुखना कॉलोनी के करीब 50 लोग यहां पर भर्ती हैं। जिनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं।

कोट्स

यदि कोई अस्पताल जाएगा तो एसएमओ या अस्पताल को पता चलेगा। यह हमारी जिम्मेवारी नहीं लोगों की जिम्मेवारी है कि वह अस्पताल में जाकर बताएं। अपने हमें इंफर्मेशन दे दी है तो हम टीम भेज देते हैं।

आदर्शपाल कौर, सिविल सर्जन मोहाली

कोट्स

हमे इसकी जानकारी नहीं है। मैं अभी अपने स्टाफ को भेजती हूं। हमारे पास तो केवल चार ही मरीज आए थे, लेकिन अब हम वहां अपना स्टाफ भेजकर दवाइयां भेज रहे हैं। शनिवार को वहां कैंप भी लगा दिया जाएगा। इसके लिए हमें सिविल सर्जन से बात कर ली है।

पौमी चथरथ, एसएचओ ढकौली कोट्स

इतने मरीज नहीं आए जितने आप बता रहे हो। चलो कोई बात नहीं पानी का टैंकर भेज दिया है। लोगों ने खुद अवैध कनेक्शन बना रखे हैं और बदनाम हमें किया जा रहा है।

मुकेश राय, एमई नगर काउंसिल जीरकपुर ।

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