फिटनेस के लिए रोज करें धनुरासन, मधुमेह के रोगियों के लिए अति लाभदायक
कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा खतरा मुधमेह रोगियों और मोटापा ग्रस्त लोगों को बताया जाता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी का सबसे ज्यादा खतरा मुधमेह रोगियों और मोटापा ग्रस्त लोगों को बताया जाता है। सेक्टर -23 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ योग एजुकेशन एंड हेल्थ के योगाचार्य रोशन लाल बताते हैं कि मधुमेह की वजह से कई तरह की बीमारियां शरीर को लग जाती है। ऐसे में अगर आप मधुमेह रोगी है तो आपको नियमित रूप से धुनरासन का अभ्यास करना चाहिए। धनुरासन, पद्मसाधना की श्रेणी में से एक आसन है। इसका अभ्यास करने से कई तरह के शरीरिक व मानसिक रोगों से बचा जा सकता है।
धनुरासन करने की विधि
-सबसे पहले आप पेट के बल लेट जाएं।
-सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़े और अपने हाथ से टखनों को पकड़े।
-सांस लेते हुए आप अपने सिर, छाती व जांघ को ऊपर की ओर उठाएं।
-अपने शरीर के लचीलापन के हिसाब से आप अपने शरीर को और ऊपर उठा सकते हैं।
-शरीर के भार को पेट निचले हिस्से पर लेने की कोशिश करें।
-जब आप पूरी तरह से अपने शरीर को उठा लें तो पैरों के बीच की जगह को कम करने की कोशिश करें।
-धीरे -धीरे सांस ले और धीरे धीरे सांस छोड़े। अपने हिसाब से आसन को धारण करें।
-जब आप मूल स्थिति में आना हो तो लंबी गहरी सांस छोड़ते हुए नीचे आएं।
-यह एक चक्र पूरा हुआ।
-इस तरह से आप 3-5 चक्र करने की कोशिश करें।
इन सावधानियों का रखें ध्यान
-कमर दर्द बहुत ज्यादा तो इसका अभ्यास न करें।
-हर्निया रोगियों को इस आसन के करने से बचना चाहिए।
-पथरी की शिकायत हो तो इसे न करें।
धनुरासन के फायदे -
-तनाव को कम करता है।
-मोटापा घटाने में सहायक व पेट को चुस्त-दुरुस्त बनाता है।
-मधुमेह के रोगियों के लिए अति लाभदायक है।
-पीठदर्द के लिए यह आसन रामबाण है।
-अस्थमा रोगियों के लिए बहुत लाभदायी है।
-पेट संबंधी तमाम रोगों को दूर करता है।
-विस्थापित नाभि को अपनी जगह लाने में लाभदायक है।