आर्थिक संकट के बावजूद पंजाब सरकार ने वित्त आयोग को दीं लग्जरी सुविधाएं

पंजाब सरकार राज्‍य की खराब आर्थिक हालत का खूब रोना रोती है, लेकिन उसके करनी में यह नहीं दिखता है। सरकार ने पंजाब के दौरे पर आए वित्‍त आयोग को लग्‍जरी सुविधाएं उपलब्‍ध कराई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 01 Feb 2019 11:05 AM (IST) Updated:Fri, 01 Feb 2019 11:05 AM (IST)
आर्थिक संकट के बावजूद पंजाब सरकार ने वित्त आयोग को दीं लग्जरी सुविधाएं
आर्थिक संकट के बावजूद पंजाब सरकार ने वित्त आयोग को दीं लग्जरी सुविधाएं

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब सरकार राज्‍य की खराब माली हालत का खूब रोना रोती है। इस कारण कर्मचारियों के वेतन भुगतान के भी लाले पड़ जात‍े हैं। लेकिन, पंजाब सरकार की करनी में कुछ और ही झलकता है। राज्‍य सरकार ने दौरे पर आए वित्‍त आयोग के सदस्‍यों की खूब आवभगत की। एनके सिंह के नेतृत्व में आए 15वें वित्त आयोग को पंजाब सरकार लग्जरी सुविधाएं मुहैया करवाने से पीछे नहीं हटी। आयोग ने भी सरकार के 31 हजार करोड़ रुपये के फूडग्रेन कर्ज को सुलझाने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ. रमेश के नेतृत्व में एक कमेटी बनाकर उन्हें बड़ी राहत दी है।

आयोग ने भी बदले में 31 हजार करोड़ रुपये कर्ज में राहत देते हुए बनाई कमेटी

आयोग के चेयरमैन एनके सिंह ने मीटिंग में अपने क्लोजिंग रिमाक्र्स में भी सरकार द्वारा दिए गए आदर सत्कार का विशेष रूप से जिक्र किया। अपने संबोधन में भी उन्होंंने पंजाब का खूब गुणगान किया। यहां तक कहा कि यदि भारत को खुशहाल बनाना है तो पंजाब को खुशहाल बनाना होगा। पंजाब का केस अन्य राज्यों से हटकर देखना होगा क्योंकि पंजाब के किसान न केवल राष्ट्र की खाद्यान्न सुरक्षा मजबूत करते हैं बल्कि जब सीमा पर जंग की बारी आती है तो अपना खून बहाकर हमारी रक्षा करते हैं। इतिहास इसका गवाह है।

आयोग के चेयरमैन ने सत्कार का विशेष जिक्र करते हुए पंजाब का किया गुणगान

उल्लेखनीय है कि आयोग ने पंजाब के दौरे से पहले सरकार को अच्छी से अच्छी जगह ठहराने का आग्रह किया था। पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री व शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल के होटल सुख विलास में आयोग के सदस्यों के लिए 21 कमरे बुक किए गए थे। चूंकि पंजाब में कांग्रेस सरकार है और ऐसे में यह सियासी मुद्दा न बन जाए, इसलिए आयोग के आने से एक दिन पहले सुख विलास की बुकिंग रद करके सारा इंतजाम ताज होटल में करवाया गया।

यहीं पर आयोग को अपनी दो दिन तक बैठक करनी थी। आयोग के हर सदस्य के साथ एक सुरक्षा जिप्सी भी मुहैया करवाई गई। आयोग के लिए अमृतसर में एक दिन का कार्यक्रम रखा गया। अमृतसर में हाल बाजार से लेकर श्री दरबार साहिब तक हेरिटेज स्ट्रीट में वॉक करवाई गई। इसके अलावा महाराजा रणजीत सिंह का किला भी दिखाने का कार्यक्रम रखा गया।

पहले भी ठहराया गया था फाइव स्टार होटल में

वित्त विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा, आयोग के चेयरमैन व उनके सदस्यों को किसी बड़े होटल में ठहराना कोई बड़ी बात नहीं होती। पहले भी ऐसा किया जाता रहा है। 14वें वित्त आयोग को माउंट व्यू जैसे फाइव स्टार होटल में ठहराया गया था और इस बार ताज होटल में ठहराया गया है। फर्क सिर्फ इतना है कि माउंट व्यू सरकारी होटल है और ताज प्राइवेट।

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