Chandigarh Corona Vaccination: कोरोना वैक्सीनेशन कम होने से बढ़ी विभाग व प्रशासन की मुश्किलें

Chandigarh Corona Vaccination पंजाब की तरह चंडीगढ़ में भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने के गलत ट्रेंड ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दूसरे चरण में 50 फीसद लक्ष्य हासिल नहीं होना परेशानी का सबब है। इस पर स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने माथापच्ची शुरू कर दी है।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 12:30 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 12:30 PM (IST)
Chandigarh Corona Vaccination: कोरोना वैक्सीनेशन कम होने से बढ़ी विभाग व प्रशासन की मुश्किलें
पंजाब की तरह चंडीगढ़ में भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने के गलत ट्रेंड ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब की तरह चंडीगढ़ में भी कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने के गलत ट्रेंड ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दूसरे चरण में 50 फीसद लक्ष्य हासिल नहीं होना परेशानी का सबब है। इस पर स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने माथापच्ची शुरू कर दी है। अब इसके लिए प्रशासन जागरूकता अभियान शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इस पर प्रशासक वीपी सिंह बदनौर अधिकारियों के साथ बैठक कर विशेष दिशानिर्देश जारी करेंगे। अभी हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन दी जा रही है। जिन हेल्थ केयर वर्कर्स का अगले दिन नंबर आएगा, उन्हें प्रेरित किया जाएगा। उन्हें पहले वैक्सीन लगवा चुके डाक्टरों और स्टाफ से प्रोत्साहित कराया जाएगा।

चार सेंटर पर 400 की जगह 204 को ही लगी वैक्सीन

लक्ष्य हासिल नहीं हो रहा

अभी तक पंजाब में ही यह बात सुनने को मिल रही थी। लेकिन चंडीगढ़ में भी वैक्सीन लगाने का लक्ष्य हासिल नहीं होना, अच्छे संकेत नहीं है। दूसरे दिन जीएमएसएच-16 में कुल 90 हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लगी। सिविल अस्पताल सेक्टर-45 में केवल 20 को ही वैक्सीन लगी। जीएमसीएच-32 की साइट नंबर-1 पर 35, साइट नंबर-2 पर 29 और एयरफोर्स स्टेशन पर 30 लोगों को वैक्सीन दी गई। चंडीगढ़ में सभी को अभी कोविशील्ड वैक्सीन ही लगाई जा रही है। वैक्सीन लगाने के बाद 30 मिनट तक निगरानी में रखा गया।

सिविल अस्पताल-45 से सबसे कम रिस्पांस

सिविल अस्पताल-45 में सबसे कम 20 हेल्थ केयर वर्कर्स को ही वैक्सीन लगी। कई लोगों को बिना लगाए ही भेज दिया गया। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि वाइल तभी लगानी शुरू की जाती है, जब कम से कम सात लोग होते हैं। ऐसे में दो-तीन हेल्थ केयर वर्कर्स होने पर वैक्सीन नहीं लगाई गई। उन्हें इंतजार करने को कहा गया।

डाक्टरों ने खुद वैक्सीन लगवा दी प्रेरणा

दूसरे दिन सीनियर और जूनियर डाक्टरों के साथ नर्सिंग आफिसर, टेक्निकल स्टाफ और अन्य हेल्थ वर्कर्स ने टीका लगवाया। जीएमएसएच-16 वैक्सीनेशन केंद्र पर टीका लगवाकर बाहर आई डा. नवदीप और डा. प्रकृति ने कहा कि उन्हें वैक्सीन लगवाने के बाद पहले जैसा ही सामान्य महसूस हो रहा है, कोई फर्क नहीं लग रहा। इस मौके पर सीनियर नर्सिंग आफिसर अंजुला पाल ने बताया कि उन्हें जैसे ही कल मैसेज आया तो खुद को तैयार करने में देर नहीं लगी। पाल ने कहा कि किसी को भी वैक्सीन लगवाने में पीछे नहीं हटना चाहिए।

chat bot
आपका साथी