चंडीगढ़ में इन अहम प्रोजेक्ट्स पर होगा फैसला, फरवरी में होगी प्रशासक बदनौर की सलाहकार समिति की बैठक

अगले माह फरवरी में होने वाली प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की सलाहकार समिति की बैठक में शहर के कई अहम प्रोजेक्ट्स में मुहर लगेगी। 10 फरवरी को होने वाली इस बैठक में कई मुख्य एजेंडे लाए जा रहा हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 01:26 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 01:26 PM (IST)
चंडीगढ़ में इन अहम प्रोजेक्ट्स पर होगा फैसला, फरवरी में होगी प्रशासक बदनौर की सलाहकार समिति की बैठक
चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, जेएनएन। गवर्नमेंट मेडिकल सुपर स्पेशएलिटी हास्पिटल-16 को मेडिकल कालेज के तौर पर अपग्रेड किया जाना है। प्रशासक बदनौर इस प्रोजेक्ट को लगातार आगे बढ़ाते रहे हैं। अब इस पर अंतिम मुहर फरवरी में होने वाली प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की सलाहकार समिति की मीटिंग में लग जाएगी।

10 फरवरी को होने वाली इस मीटिंग में यह एजेंडा लाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को फास्ट्रैक से करने के लिए यह भी काउंसिल के एजेंडे में लाया जा रहा है। केंद्र सरकार से इस प्रोजेक्ट के लिए पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। मीटिंग में प्रोजेक्ट को स्थानीय स्तर पर तेजी से पूरा करने के लिए दिशानिर्देश जारी होंगे। वहीं दूसरा बड़ा मुद्दा कलेक्टर रेट का रहा है। चंडीगढ़ में कलेक्टर रेट अधिक होने का मुद्दा लगातार उठता रहा है। आइटी पार्क में सीएचबी महंगे रेट की वजह से कोई बड़ी साइट नहीं बेच पाया। कंपनी दूसरे शहरों में शिफ्ट कर जाती है। यूटी इंप्लाइज हाउसिंग सोसायटी भी कलेक्टर रेट घटाने की मांग प्रशासन से कर रही है। यह एजेंडा एडवाइजरी काउंसिल में लाया जा रहा है।

एयरपोर्ट का नया रास्ता

नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद से ही इसके लंबे रास्ते पर सवाल उठते रहे हैं। अभी मोहाली से होकर एयरपोर्ट पहुंचा जाता है। चंडीगढ़ से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी सुलभ और दूरी कम करने के लिए नए रास्ते के विकल्प पर काम चल रहा है। यह एजेंडा भी एडवाइजरी काउंसिल मीटिंग में लाया जा रहा है। इस मीटिंग में शहर के प्रबुद्ध वर्ग मेंबर हैं। वह एजेंडे पर अपनी राय देंगे। उसके बाद निर्णय होगा।

फ्लाईओवर पर लगेगी मुहर

ट्रिब्यून चौक फ्लाईओवर प्रोजेक्ट के साथ ही ट्रांसपोर्ट के मजबूत विकल्प पर भी लगातार चर्चा होती रही है। फ्लाइओवर प्रोजेक्ट पर प्रशासन रुख स्पष्ट कर चुका है।  इतना ही नहीं इस मीटिंग में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के मजबूत विकल्प का एजेंडा भी आएगा। मेट्रो प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में जा चुका है। अब इसकी जगह क्या हो सकता है यह मीटिंग में चर्चा के लिए लाया जा रहा है। एडवाइजरी काउंसिल गठित होने के डेढ़ साल बाद मीटिंग हो रही है। मीटिंग को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के कार्यकाल में गठित काउंसिल की यह अंतिम मीटिंग हो सकती है। अगस्त में प्रशासक का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। ऐसे में इस मीटिंग को अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रशासक बदनौर शहर के प्रमुख प्रोजेक्ट को फाइनल टच देना चाहते हैं इसलिए सभी को एजेंडा में शामिल किया जा रहा है।

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