दौड़ में कमाया नाम, सिटी ब्यूटीफुल के दमनजोत और सिमरन बने बेस्ट एथलीट

दौड़ में शहर के दो एथलीट्स लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Oct 2018 01:16 PM (IST) Updated:Fri, 19 Oct 2018 01:16 PM (IST)
दौड़ में कमाया नाम, सिटी ब्यूटीफुल के दमनजोत और सिमरन बने बेस्ट एथलीट
दौड़ में कमाया नाम, सिटी ब्यूटीफुल के दमनजोत और सिमरन बने बेस्ट एथलीट

विकास शर्मा, चंडीगढ़ : दौड़ में शहर के दो एथलीट्स लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल में यूटी स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट की तरफ से करवाई गई एथलेटिक्स मीट में गवर्नमेंट हाई स्कूल-46 में पढ़ने वाली सिमरन कौर लड़कियों की कैटेगरी में अंडर-18 में बेस्ट एथलीट रहीं। लड़कों में श्री गुरु हरिकृष्ण सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल सेक्टर-40 के स्टूडेंट दमनजोत सिंह बेस्ट एथलीट बने। अब ये दोनों एथलीट राची में होने वाली जूनियर नेशनल एथलीट मीट में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह टूर्नामेंट 2 से 5 नवंबर को आयोजित होगा। सिमरन जीत चुकी है कई मेडल

वर्ष 2018 : मुंबई में आयोजित स्कूल नेशनल ब्राज मेडल जीता।

वर्ष 2017 : आध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में 33 जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ब्राज मेडल जीता।

वर्ष 2016-17 : इंडिया स्पीड स्टार प्रतियोगिता में 3 गोल्ड मेडल जीते।

-वर्ष 2016-17 : स्कूल नेशनल गेम्स में ब्राज मेडल जीता।

-वर्ष 2016-17 : मेरठ में आयोजित नॉर्थ जोन गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीते।

-वर्ष 2016-17 : जूनियर स्टेट गेम्स 2 गोल्ड मेडल जीते।

-वर्ष 2015-16 : जूनियर स्टेट में 2 गोल्ड मेडल जीते।

-वर्ष 2015-16 : सीनियर स्टेट गेम्स में एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता।

-वर्ष 2015-16 : इंटर स्कूल चंडीगढ़ में 3 गोल्ड मेडल जीते।

-वर्ष 2015-16 में नोर्थ जोन हमीरपुर में सिल्वर मेडल जीता।

दमनजोत भी जीत चुका है कई प्रतियोगिताएं

वर्ष 2014 : अंडर -14 आयुवर्ग में 100 मीटर, 200 मीटर और 400 मीटर में गोल्ड मेडल जीता। बेस्ट एथलीट रहे।

वर्ष 2017 : अंडर -17 आयुवर्ग में एसबीएसई क्लस्टर में बेस्ट एथलीट।

वर्ष 2018 : यूटी स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट एथलीट मीट में बेस्ट एथलीट।

वर्ष 2018 : रोहतक में आयोजित नोर्थ जोन लड़कों के अंडर -18 आयुवर्ग में सिल्वर मेडल जीता। कोच को दोनों खिलाड़ियों से खासी उम्मीदें

सिमरन और दमनजोत के कोच इकबाल सिंह ने बताया कि ये दोनों एथलीट बचपन से उनके पास कोचिंग ले रहे हैं और अब पूरी से तैयार हो चुके हैं। अब इन्हें थोड़ी सी और मेहनत की जरूरत है। दोनों खिलाड़ी रोजाना चार से पाच घटे प्रेक्टिस करते हैं। लगातार मेहनत का ही नतीजा है कि आज ये राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मेडल जीत रहे हैं। मुझे इनसे खासी उम्मीदें हैं।

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