Cycle Sharing Project: चंडीगढ़ में अब नहीं ले सकेंगे फ्री साइकिल का मजा, आज से हर घंटे देना होगा शुल्क

इस प्रोजेक्ट का काफी अच्छा रिस्पांस आ रहा है। स्मार्ट कंपनी के अनुसार हर दिन तीन हजार लोग साइकिल राइड करते हैं। लेकिन जब से यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ है तब से लोग साइकिलों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:52 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:52 AM (IST)
Cycle Sharing Project: चंडीगढ़ में अब नहीं ले सकेंगे फ्री साइकिल का मजा, आज से हर घंटे देना होगा शुल्क
शुरुआती दिनों में साइकिल का लॉक नहीं लग रहा था।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में शुरू किए गए साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट के तहत अब शहरवासियों को फ्री साइकिल का मजा अब खत्म हो गया है। आज से साइकिल चलाने के लिए भुगतान करना होगा। ऑनलाइन भुगतान करके ही साइकिल का लॉक खुलता है। स्मार्ट कंपनी की ओर से आधा घंटेे के लिए साइकिल चार्ज 10 रुपये फिक्स किया गया है। 

12 सितंबर को इस प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था। लेकिन शुरुआती दिनों में ही तकनिकी दिक्कत के कारण साइकिल लेने के बाद लॉक नहीं लग रहा था, जिस कारण कंपनी ने यह निर्णय लिया था कि एक महीने तक कोई चार्ज नहीं किया जाएगा। स्मार्ट सिटी की टीम ने निरीक्षण कर सीईओ आनिंदिता मित्रा को रिपोर्ट सौंपी थी। रिपोर्ट के आधार पर सीईओ ने शुल्क लेने के लिए कंपनी को अनुमति दे दी गई है। अब पहले की तरह साइकिल का प्रति घंटे के हिसाब से शुल्क लगेगा। इस समय इस प्रोजेक्ट के तहत शहर में 155 डॉकिंग स्टेशन पर 1250 साइकिल चलाने के लिए रखी गई है। शुरुआती दिनों में साइकिल का लॉक नहीं लग रहा था।
 
वहीं कुछ साइकिलों का कोड डालने पर एप पर प्रदर्शित ही नहीं हो रहीं थीं। इन सभी समस्याओं को लोगों ने स्मार्ट सिटी तक पहुंचाया। स्मार्ट सिटी ने कंपनी से जांचने को कहा तो पता चला कि नेटवर्क की समस्या के कारण एप ठीक से काम नहीं कर पा रहा था। कंपनी तत्काल एप से शुल्क काटने वाली सुविधा हटाकर निशुल्क कर दिया है। मालूम हो कि इस प्रोजेक्ट के तहत दिसंबर माह तक 5000 साइकिलें चलनी है, जिसके तहत 655 डॉकिंग स्टेशन शहर में बनाए जाने हैं। स्मार्ट सिटी के अनुसार अब अगले माह दूसरे से इसके तहत 1250 साइकिलें और चलाई जाएगी।
 
इस प्रोजेक्ट का काफी अच्छा रिस्पांस आ रहा है। स्मार्ट कंपनी के अनुसार हर दिन तीन हजार लोग साइकिल राइड करते हैं। लेकिन जब से यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ है तब से लोग साइकिलों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं।साइकिल के उपकरण चोरी हो रहे हैं।कई लोग साइकिल अपने घरों में भी ले जाते हैं।जिससे कंपनी के प्रतिनिधि भी दुखी है। मालूम हो कि दिसंबर में चंडीगढ़ पूरे देश में पहला शहर बन जाएगा जहां पर एक साथ पांच हजार साइकिलें चलेंगी।
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