घोटाला : कनाडा में बैठे शख्स को चंडीगढ़ में बांट दिया राशन, सरकारी रिकॉर्ड में भी हुई एंट्री

फूड एंड सप्लाई विभाग की ओर से शहर की कॉलोनियों के कम्युनिटी सेंटरो में काउंटर लगाकर गेहूं और चना बांटा जा रहा है। परिवार के एक सदस्य को प्रति माह के हिसाब से पांच किलो गेहू और प्रति कार्ड पर पांच किलो चने दिए जा रहे हैं।

By Edited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 09:10 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 02:03 PM (IST)
घोटाला : कनाडा में बैठे शख्स को चंडीगढ़ में बांट दिया राशन, सरकारी रिकॉर्ड में भी हुई एंट्री
शहर में फूड एंड सप्लाई विभाग द्वारा जुलाई से नवंबर तक का गेहूं और चना बांटा जा रहा है।

चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। इस समय जो प्रशासन की ओर से कार्डधारकों को राशन वितरण किया जा रहा है। उसमें खेल हो रहा है। कई ऐसे लोग सामने आए हैं, जब वे राशन लेने के लिए पहुंचे, तो उन्हें पता लगा कि उनके नाम पर पहले से ही कोई राशन ले गया है। ऐसे में अब ऐसे लोग अपना पांच माह का राशन लेने के लिए इधर-भटक रहे हैं। फूड एंड सप्लाई विभाग की ओर से शहर की कॉलोनियों के कम्युनिटी सेंटरो में काउंटर लगाकर गेहूं और चना बांटा जा रहा है। परिवार के एक सदस्य को प्रति माह के हिसाब से पांच किलो गेहू और प्रति कार्ड पर पांच किलो चने दिए जा रहे हैं।

मालूम हो कि शहर में इस समय 65 हजार कार्डधारक हैं। इस समय फूड एंड सप्लाई विभाग की ओर से जुलाई से नवंबर तक का गेहूं और चना बांटा जा रहा है। इसे एक बड़े घोटाले का नाम देते हुए फूड एंड सप्लाई कमीशन के सदस्य सतीश कैंथ ने सलाहकार एवं चीफ विजिलेंस ऑफिसर मनोज परिदा को विजिलेंस जांच की मांग करते हुए पत्र लिखा है। इसकी प्रति पीएमओ को भेजी गई है। कैंथ का कहना है कि उनके पास ऐसी कई शिकायतें आ रही हैं। आरोप लगाया है कि विभाग की ही मिलीभगत से यह भ्रष्टाचार चल रहा है।

सतीश कैंथ, फूड एंड सप्लाई कमीशन के सदस्य।

सेक्टर-56 में तो एक ऐसे निवासी का मामला सामने आया है, जोकि इस समय अपने परिवार के साथ कनाडा में रह रहे हैं, लेकिन उनके नाम भी किसी और को गेहू और चना दिया जा चुका है। सरकारी रिकॉर्ड में भी उनकी एंट्री हो चुकी है। अधिकारी अपनी मर्जी से यह सारा खेल चला रहे हैं।

केस-1

मैं जब राशन लेने के लिए पहुंची। उन्होंने मेरा आधार कार्ड मांगा। जो अफसर राशन बांट रहे थे, उन्होंने मेरा आधार कार्ड देखकर कहा कि उनके आधार नंबर पर पहले ही कोई राशन ले जा चुका है। जबकि मेरे घर से किसी ने भी अब तक राशन नहीं लिया। अफसरों की मिलीभगत के कारण हम जैसे जरूरतमंद लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है।

-चम्पा, निवासी सेक्टर-56

केस-2

मैं दो दिन पहले रामदरबार में लगे कैंप में राशन लेने गई थी। लोगों को वहां राशन बांट रहे अफसरों को जब मैंने अपना आधार कार्ड दिया। तो अफसरों ने बताया कि मेरे आधार कार्ड पर पहले ही काई राशन ले जा चुका है। जबकि मेरे घर से काई भी राशन लेने के लिए नहीं गया था। दो दिन पहले राशन लेने पहुंची, तो उन्होंने कहा कि राशन दिया जा चुका है।

-ललिता देवी, निवासी रामदरबार

इस तरह की अगर कोई भी शिकायत है, तो इसकी जानकारी फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट को लिखित में दी जाए। शिकायत आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

-तेजदीप सिंह सैनी, डायरेक्टर, फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट, चंडीगढ।

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