व्यापारी बोले-पाबंदियों में छूट नाकाफी, रात आठ बजे तक खुले बाजार

प्रशासन की ओर से पाबंदियों में ढील बरतते हुए अब शाम छह बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी गई है लेकिन व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के मामले काफी कम हो गए हैं। ऐसे में पहले की तरह बाजार रात आठ से नौ बजे तक खोलने की मंजूरी दी जानी चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 07:10 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 07:10 PM (IST)
व्यापारी बोले-पाबंदियों में छूट नाकाफी, रात आठ बजे तक खुले बाजार
व्यापारी बोले-पाबंदियों में छूट नाकाफी, रात आठ बजे तक खुले बाजार

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

प्रशासन की ओर से पाबंदियों में ढील बरतते हुए अब शाम छह बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी गई है, लेकिन व्यापारियों का कहना है कि कोरोना के मामले काफी कम हो गए हैं। ऐसे में पहले की तरह बाजार रात आठ से नौ बजे तक खोलने की मंजूरी दी जानी चाहिए। इसके साथ ही जो रविवार का क‌र्फ्यू लागू है, उसे भी हटाया जाना चाहिए। व्यापारियों की मांग है कि प्रशासन शहर की प्रत्येक मार्केट में कोरोना वैक्सीनेशन कैंप लगवाए। ऐसे कैंपों में टीका लगाने के मामले में व्यापारियों और उनके स्टाफ को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उधर, सोमवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के नेतृत्व में कोरोना वार रूम की बैठक होने वाली है। व्यापारियों को उम्मीद है की इस बैठक में उनकी मांगों पर जरूर गौर किया जाएगा। व्यापारियों का कहना है कि पाबंदियों में राहत देने के लिए गठित प्रशासन की कमेटी की सिफारिशों को लागू करते हुए प्रापर्टी टैक्स, बिजली और पानी के बिल में भी राहत देनी चाहिए। हाल ही में व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने मेयर रविकांत शर्मा के साथ भी बैठक कर राहत की मांग की थी। शनिवार को दैनिक जागरण के साथ बातचीत में इन तमाम मुंद्दों पर शहर के प्रतिष्ठित व्यापारियों ने खुलकर अपनी बात रखी। -प्रस्तुति राजेश ढल्ल कइ वर्षो से लंबित पड़ी समस्याओं पर प्रशासन को गौर करना चाहिए। अब बाजार पहले की तरह से खोलने की मंजूरी देनी चाहिए। व्यापारियों को जीएसटी में राहत देनी चाहिए। इस तरह का माहौल बने, जिससे मालिक मकान अपने आप ही किरायेदारों का किराया छोड़ दें या कम कर दें।

- अजमेर सिंह, शांतिनगर मनीमाजरा। इस समय भी कैंप सीमित संख्या में लग रहे हैं। हर मार्केट में एसोसिएशनों के साथ मिलकर कैंप लगाना चाहिए। इससे व्यापारियों और स्टाफ के अलावा बाजार में खरीददारी करने आए लोगों को वैक्सीन लगाई जाए, क्योंकि जब तक हर व्यक्ति वैक्सीन नहीं लगा लेता तब तक कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं होगा। दूसरी डोज लगाने का कार्यकाल भी कम करना चाहिए।

- सुरजीत सिंह लूथरा,कपड़ा व्यापारी, सेक्टर-20 अब कोरोना का प्रभाव काफी कम हो गया है। इसलिए प्रशासन को व्यापरियों की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अपनी दुकानों व संस्थान को कम से कम रात आठ बजे तक खोलने की अनुमति देनी चाहिए, क्योंकि व्यापारी का पहले से काम कम है। गर्मी के दिनों में ग्राहक ज्यादातर शाम को ही घर से निकलते हैं और एनएसी मार्केट में जब से पेड पार्किंग लागू की गई है। चलता फिरता ग्राहक कम हो गया है।

- अमित जैन, प्रेसिडेंट शिवालिक एनक्लेव मार्केट एसोसिएशन एनएसी,मनीमाजरा शहर में पेड पार्किंग की संख्या बढ़ाकर शुल्क बढ़ा दिए गए। जबकि स्मार्ट फीचर के नाम पर पेड पार्किंगों में कुछ नहीं है। जब तक कोरोना काल है तब तक पेड पार्किंग की व्यवस्था खत्म कर देनी चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बाजारों में खरीददारी करने के लिए आए। व्यापारियों ने कोरोना की इस लड़ाई में प्रशासन का पूरा साथ दिया अब प्रशासन की बारी है कि वह राहत दे।

- जसपाल सिंह, सदस्य, व्यापार मंडल। सेक्टर-17 के सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान देना चाहिए। प्लाजा पहले से काफी खुला खुला है जहां पर लोग शारीरिक दूरी का नियम बनाते हुए आराम से घूम फिर भी सकते हैं।नगर निगम को पेड पार्किंग की व्यवस्था यहां पर खत्म कर देनी चाहिए। जो नया प्लाजा है वहां पर शाम के बाद अंधेरा छा जाता है। इस एरिया को विशेष तौर पर विकसित करना चाहिए।

- मंदीप सिंह, व्यापारी, सेक्टर-17 इस समय भी नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता दुकानदारों का चालान काटकर तंग कर रहा है। जबकि दुकानदार सिर्फ अपनी दुकानों के बाहर अपने सामान को डिस्पले करता है। नगर निगम को अतिक्रमण हटाने के अभियान पर पूरी तरह से रोक लगानी चाहिए। जब तक सामान डिस्पले नहीं होगा तब तक व्यापारी किस तरह से दुकान के अंदर आएगा।

- महेश चुग, सदस्य, व्यापार मंडल बाजार अब पहले की तरह से आठ बजे तक खुलने चाहिए। अब व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा समय तक दुकानें खोलने की मंजूरी देनी चाहिए। नगर निगम की ओर से जो प्रापर्टी टैक्स लिया जा रहा है उसे माफ करना चाहिए, क्योंकि पिछले डेढ़ साल में व्यापारियों को अपनी दुकानें खोलने की मंजूरी ही नहीं मिल पाई है।

- हरकिशन महाजन, सीनियर उपाध्यक्ष, सेक्टर-23 मार्केट एसोसिएशन दुकानदारों ने प्रशासन की हर पाबंदी और गाइडलाइन का पूरी तरह से पालना की है। ऐसे में अब प्रशासन की बारी है कि वह एक कदम आगे बढ़ते हुए उन्हें राहत दें। नगर निगम को पानी के बिलों में छूट देनी चाहिए। वैसे भी जब व्यापारी सुबह अपनी दुकानें खोलते हैं तब तक सुबह की पानी की सप्लाई जा चुकी होती है। व्यापारियों को प्रशासन से काफी उम्मीदें हैं।

- साहिल, सदस्य, सेक्टर-23 मार्केट एसोसिएशन। मंडी में पेड पार्किंग जब से शुरू हुई है तब से अव्यवस्थाएं बढ़ी ही है। सेक्टर-26 मंडी में जाम की स्थिति बनी रहती है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है। इस पर नगर निगम को ध्यान देना चाहिए। पेड पार्किंग के सिस्टम को खत्म कर देना चाहिए। प्रशासन को चाहिए कि ग्रेन मार्केट के व्यापारियों के साथ अलग से बैठक करे और उनकी समस्याओं का हल किया जाए।

- रामकरण गुप्ता, अध्यक्ष, सेक्टर-26, ग्रेन मार्केट एसोसिएशन डीसी के साथ पिछले माह जो व्यापारी संगठनों की बैठक हुई है। उसमे कई सुझाव दिए गए थे जिन्हें अब तक लागू नहीं किया गया है। प्रशासन को बिजली बिल और मीटर किराया का शुल्क माफ करना चाहिए। कोरोना से मरने वाले व्यापारी परिवारों को राहत पैकेज दिया जाए। प्रशासन को व्यापारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना चाहिए।

- विवेक जोली बख्शी, सदस्य, व्यापार मंडल

जो व्यापारी अपनी दुकानों का प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवा रहे हैं। उसमे 118 रुपये सर्विस चार्ज लिया जा रहा है। जबकि हाउस टैक्स जमा करवाने वालों से सर्विस चार्ज नहीं लिया जा रहा है। व्यापारियों से सर्विस चार्ज नहीं लिया जाना चाहिए। गारबेज कलेक्शन के जो चार्जेस लेने का निर्णय लिया गया है उसे भी वापस लिया जाना चाहिए।

- सुरेश बंसल, चेयरमैन, शिवालिक एनक्लेव मार्केट एसोसिएशन, मनीमाजरा रविवार को बाजारों में ज्यादा काम होता है और प्रशासन ने इस दिन ही क‌र्फ्यू लगा दिया है। अब इसे भी हटा देना चाहिए, ताकि कारोबार कुछ बड़ सके। पिछले डेढ़ साल से व्यापारी काफी नुकसान झेल रहे हैं। जो व्यापारी आने वाले पांच साल तक भी पूरा नहीं कर पा रहा है। ग्राहक अभी भी बाजारों में नहीं आ रहे हैं। प्रशासन को मास्क लगाने के लिए और सख्त नियम बनाने चाहिए न कि बाजारों को बंद करना चाहिए। इससे सिर्फ शहर की अर्थव्यवस्था पर फर्क पड़ा है।

- नवकिरण सिंह, व्यापारी, सेक्टर 17 मार्केट शादी-विवाह पहले से ही कम हो रहे हैं जो हो भी रहे है उनमे सीमित संख्या में गेस्ट बुलाने की मंजूरी है। ऐसे में टेंट, कैटरिग के साथ साथ मिठाई विक्रेताओं का कारोबार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इनके दुकानदारों को कम से कम रात नौ बजे तक दुकानें खोलने की मंजूरी दी जाए। प्रॉपर्टी टैक्स माफ कर देना चाहिए।

- शरणजीत सिंह, संचालक गोपाल स्वीट्स, सदस्य, व्यापार मंडल कई व्यापारियों ने बैंक से लोन लिए हुए हैं। बाजार बंद और कारोबार कम होने के कारण उनकी किस्त का भुगतान व्यापारी नहीं कर पा रहे हैं। प्रशासन को इस तरह की व्यवस्था लागू करनी चाहिए, जिसमें बैंकों को लोन के ब्याज को माफ कर देना चाहिए। अभिभावकों को बच्चों की स्कूली फीस को भी छोड़ना चाहिए। अब प्रशासन को ज्यादा से ज्यादा राहत देनी चाहिए। गुजरात सरकार की तर्ज पर चंडीगढ़ प्रशासन को भी राहत देनी चाहिए।

- एलसी अरोड़ा, महासचिव, ट्रेडर्स एसोएशिन

सबसे ज्यादा कारोबार होटल और रेस्टोरेंट वालों का प्रभावित हुआ है। प्रशासन को पहले की तरह से देर रात तक होटल और रेस्टोरेंट को खोलने की मंजूरी दी जाए। जबकि कर्मचारियों को हर माह वेतन का भुगतान करना ही पड़ता है। लाकडाउन में भी सभी ने इसका भुगतान किया। रेस्टोरेंट वालों को विशेष पैकेज दिया जाना चाहिए।

- जगमोहन सिंह, होटेलियर, सेक्टर-30 नगर निगम को प्रॉपर्टी टैक्स पूरी तरह से माफ कर देना चाहिए। प्रशासन को भी आगे बढ़ते हुए बिजली और पानी बिल को माफ करना चाहिए। इस समय गैर जरूरी वस्तुओं को बेचने वाले व्यापारी काफी परेशान है। आभूषण विक्रेताओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पहले से इनके व्यापारी काफी नुकसान झेल चुके हैं।

- गोविद कुमार, जेम्स एंड स्टोन विक्रेता एसोसिएशन, सलाहकार ।

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