CRPF ने बीमार बुजुर्ग को Airlift कर PGI पहुंचाया, मुंबई से साइकिल पर आ रहे बेटे का भी थामा हाथ

बीमार बुजुर्ग को इलाज के लिए सीआरपीएफ की टीम ने एयरलिफ्ट कर पहले जीएमसी जम्मू में एडमिट कराया और उसके बाद जम्मू से पीजीआइ चंडीगढ़ पहुंचाया।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 03:01 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 03:43 PM (IST)
CRPF ने बीमार बुजुर्ग को Airlift कर PGI पहुंचाया, मुंबई से साइकिल पर आ रहे बेटे का भी थामा हाथ
CRPF ने बीमार बुजुर्ग को Airlift कर PGI पहुंचाया, मुंबई से साइकिल पर आ रहे बेटे का भी थामा हाथ

चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। सीआरपीएफ के मददगार जवानों ने एक बार फिर देश के लिए एक मिसाल पेश की है। एक शख्स जोकि अपने बीमार बुजुर्ग बाप से मिलना चाहता था। सीआरपीएफ ने उसकी मदद कर उसे पिता तक पहुंचाया। यहीं नहीं इस शख्स के बीमार पिता को इलाज के लिए सीआरपीएफ की टीम ने एयरलिफ्ट कर पहले जीएमसी जम्मू में एडमिट कराया और उसके बाद जम्मू से पीजीआइ चंडीगढ़ पहुंचाया। दूसरी ओर सीआरपीएफ की मददगार टीम ने आरिफ की मुंबई से चंडीगढ़ तक पहुंचने में मदद की। वह अपने बुजुर्ग बीमार पिता से मिलने के लिए मंबई से जम्मू के राजौरी के 2100 किलोमीटर के सफर पर साइकिल पर निकल पड़ा था। इस दौरान आरिफ को रास्ते में सीआरपीएफ की टीम ने जगह-जगह पर खाना-पीने की सुविधा उपलब्ध कराई और उसे उसके बीमार पिता तक पहुंचाया। आरिफ अब अपने पिता 60 वर्षीय वजीर हुसैन के साथ पीजीआइ चंडीगढ़ में उनका इलाज कर रहा है। उन्हें कुछ दिन पहले स्ट्रोक हुआ था।

दो अप्रैल को शुरू किया मुंबई से साइकिल पर सफर

पीजीआइ चंडीगढ़ पहुंचे 36 वर्षीय मोहम्मद आरिफ ने बताया कि उन्हें एक अप्रैल को यह पता चला था कि उनके पिता को स्ट्रोक हुआ है। उनकी तबीयत बहुत खराब है। ऐसे में वह दो अप्रैल को जब पूरे देश में लाॅकडाउन की स्थिति थी, वह अपने पिता से मिलने के लिए मुंबई से साइकिल पर निकल पड़े। मुंबई में चौकीदार का काम करने वाले 36 वर्षीय आरिफ ने बताया कि उनके पास पैसे नहीं थे और न ही खानेे के लिए कुछ था। हिम्मत जुटाकर वह अपने बीमार बुजुर्ग पिता से मिलने के लिए जम्मू के राजौरी सेक्टर में एलओसी के साथ लगते अपने गांव के लिए निकल पड़े।

तीन दिन में आरिफ पहुंच गए थे वडोदरा

आरिफ ने बताया वह तीन के अंदर वडोदरा पहुंच गए थे। उनके पिता को सीआरपीएफ की मददगार टीम ने पीजीआइ चंडीगढ़ तक पहुंचा दिया था। आरिफ ने बताया इस बीच उन्हें वडोदरा में सीआरपीएफ की एक टीम ने पकड़ लिया था। जब उन्होंने अपनी परेशानी बताई। तब सीआरपीएफ टीम ने उन्हें वडोदरा से अहमदाबाद और वहां से लुधियाना और उसके बाद लुधियाना से चंडीगढ़ पीजीआइ पहुंचाया। आरिफ ने कहा वह सीआरपीएफ का तहे दिल से शुक्रिया करना चाहते हैं, जिन्होंने उनके बीमार बुजुर्ग पिता से मिलने और उनका इलाज करवाने में समय पर मदद की।

मंगलवार को पीजीआइ चंडीगढ़ में आरिफ ने पिता से की मुलाकात

जम्मू में अपने बीमार पिता से मिलने के लिए मुंबई से 2100 किलोमीटर का सफर साइकिल से शुरू करने वाले आरिफ ने आखिरकार बीते मंगलवार को चंडीगढ़ में उनसे मुलाकात की। सीआरपीएफ मददगार टीम ने इस पूरे प्रकरण को अपने आफिशियल ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है।

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