Covid-19: चंडीगढ़ में अब तक 65,205 लोगों को हो चुका कोरोना, 64,345 ठीक भी हुए, 819 की मौत
शहर में कोरोना संक्रमण से अब तक 819 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 65205 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। बीते 24 घंटे में तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए।सेक्टर-25 37 और 46 में एक-एक कोरोना संक्रमित मामला दर्ज किया गया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में कोरोना संक्रमण से अब तक 819 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 65,205 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। बीते 24 घंटे में तीन लोग कोरोना संक्रमित पाए गए।सेक्टर-25, 37 और 46 में एक-एक कोरोना संक्रमित मामला दर्ज किया गया। अभी तक 65,205 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।संक्रमण की दर 0.12 फीसद दर्ज की गई। बीते एक हफ्ते में रोजाना औसत पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। बीते 24 घंटे में 2,434 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया।
स्वास्थ्य विभाग अभी तक 7,24,742 लोगों के कोविड सैंपल लेकर टेस्टिंग कर चुका है। इनमें से 6,58,177 लोगों की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 1,360 लोगों के काेविड सैंपल तकनीकी खामियों की वजह से अभी तक खारिज किए जा चुके हैं। इस समय 41 कोरोना एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा है। अभी तक 64,345 संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं।819 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। कोरोना महामारी की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है।संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं। लेकिन कोविड प्रोटोकॉल मुंह पर मास्क, शारीरिक दूरी और वैक्सीनेशन जरूर कराना होगा। यह कहना है पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम का।प्रो. जगतराम ने बताया कि तीसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है। तीसरी लहर का असर पहली और दूसरी लहर से कम देखने को मिलेगा। क्योंकि अधिकतर लोगों ने काेविड वैक्सीनेशन करा ली है। इसके अलावा जो लोग संक्रमित पाए गए थे, उनमें नेचुरल एंटीबॉडीज बन चुकी है। ऐसे में कहा जा सकता है कि संक्रमण का असर कम होगा। फिर भी लोगों को सचेत रहने की जरूरत हैं। लोगों को नियमित तौर पर मुंह पर मास्क और शारीरिक दूरी जैसे काेविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
अक्टूबर के अंत तक बढ़ सकते हैं संक्रमित मामले
प्रो. जगतराम ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की अगर बात की जाए तो इस समय 20 से 25 हजार संक्रमित मामले रोजना देशभर में रिपोर्ट किए जा रहे हैं। जोकि अक्टूबर के अंत तक देशभर में 40 हजार संक्रमित मामले रोजाना आ सकते हैं। ये अनुमान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जाहिर किया गया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि संक्रमण का असर कम रहेगा। जहां पहली और दूसरी लहर में देश में रोजाना करीब एक लाख संक्रमित मामले दर्ज किए जा रहे थे।
तीसरी लहर में इसलिए कम होगा संक्रमण का असर
-लोगों ने कम से कम कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है।
-जो लोग पॉजिटिव आए थे, उनमें नेचुरल एंटीबॉडीज बन चुकी हैं।
-पीजीआइ के सीरो सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक तीसरी लहर से बच्चे भी सुरक्षित हैं।
-सीरो सर्वे के मुताबिक 80 फीसद बच्चों में एंटीबॉडी पाई गई हैं।