सितंबर के अंत तक दस्तक देगी कोरोना की तीसरी लहर
कोरोना की तीसरी लहर शहर में सितंबर के अंत तक दस्तक देगी। तीसरी लहर से बच्चे ही नहीं बल्कि सभी आयु वर्ग के लोग प्रभावित होंगे।
विशाल पाठक, चंडीगढ़
कोरोना की तीसरी लहर शहर में सितंबर के अंत तक दस्तक देगी। तीसरी लहर से बच्चे ही नहीं, बल्कि सभी आयु वर्ग के लोग प्रभावित होंगे। संक्रमण का खतरा बच्चों के साथ युवाओं और बुजुर्गो पर भी पड़ेगा। यह कहना है पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम का। उन्होंने कहा कि ये जरूर है कि तीसरी लहर बच्चों पर अधिक प्रभाव डाल सकती है, क्योंकि देश में अब तक बच्चों का टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है। बच्चों के टीकाकरण के लिए कोविड वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है, जो अगस्त तक पूरा होगा।
दो से 17 साल तक तीन लाख है आबादी
शहर में दो साल से लेकर 17 साल तक के बच्चों और युवाओं की जनसंख्या करीब तीन लाख है। बच्चों के टीकाकरण में कम से कम छह महीने का समय लग सकता है। ऐसे में तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षित रखना डाक्टरों और हेल्थ केयर वर्करों के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि 18 साल से उपर के जो लोग है और वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं, वह तीसरी लहर की चपेट में आने से 90 फीसद तक सुरक्षित हैं। अगर मास्क, शारीरिक दूरी, सेनिटाइजर का प्रयोग और भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से परहेज नहीं किया तो टीकाकरण करा चुके लोगों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
बच्चों को कोरोना से है बचाना तो अभिभावक कराएं टीकाकरण
प्रो. जगतराम ने बताया कि यूं तो छोटे बच्चों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी होती है, लेकिन कोरोना संक्रमण काफी घातक है। ऐसे में छोटे बच्चों को संक्रमण की चपेट से बचाना है तो अभिभावकों को अपना टीकाकरण जरूर कराना चाहिए। जिस घर में छोटे बच्चे हैं या दो साल से 17 साल तक के बच्चे व युवा हैं। उस घर के सभी बड़े-बुजुर्गो का टीकाकरण कराना चाहिए।
बच्चों के लिए 100 आक्सीजन बेड का पीजीआइ में बंदोबस्त
प्रो. जगतराम ने कहा पीजीआइ के नेहरू अस्पताल विस्तार खंड में इस समय बच्चों के लिए 50 आक्सीजन बेड का कोविड वार्ड है। अब 100 आक्सीजन बेड की व्यवस्था कर दी है। इस समय 80 वेंटिलेटर जनरल कोविड वार्ड और 10 वेंटिलेटर पीडियाट्रिक कोविड वार्ड में है। जरूरत पड़ने पर बच्चों के कोविड वार्ड में वेंटिलेटर की संख्या 10 से 30 तक कर दी जाएगी। तीसरी लहर में कोरोना संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की कमी की वजह से जूझना न पड़े, इसके लिए तीन आक्सीजन प्लांट शुरू किए जा रहे है। इन तीन ऑक्सीजन प्लांट के जरिए तीन हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन पैदा होगी। पीजीआइ में इस समय किस आयु के कितने संक्रमित मरीज
आयु वर्ग संक्रमित मरीज
0-12 साल तक 13
13-39 साल तक 47
40-59 साल तक 76
60-79 साल तक 44
80 साल से ऊपर 01