चुनाव प्रचार में उमड़ रही भीड़ ने बढ़ाई प्रशासन की चिता
चुनावी बिगुल बजने के बाद सभी प्रत्याशी मैदान में उतरकर एक-एक वोट की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस चुनावी रण में कोरोना की गाइडलाइंस को भुला दिया गया है।
जासं, चंडीगढ़ : चुनावी बिगुल बजने के बाद सभी प्रत्याशी मैदान में उतरकर एक-एक वोट की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस चुनावी रण में कोरोना की गाइडलाइंस को भुला दिया गया है। जनसभाएं की जा रही हैं इनमें भीड़ भी खूब जुट रही है, लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि प्रत्याशी से लेकर समर्थक तक मास्क नहीं पहन रहे। उचित दूरी का नियम तो कहीं है ही नहीं। साथ ही सर्दियों के मौसम में पर्यटन स्थलों पर भी खूब भीड़ उमड़ रही है। पर्यटकों की संख्या दिन प्रतिदन बढ़ रही है। वीकेंड पर तो हालात बेहद खराब हो रहे हैं। चुनाव प्रचार और पर्यटन स्थलों की इस भीड़ ने प्रशासन की चिता बढ़ा दी है। मार्केट में भी हाल कुछ ऐसा ही है। अब तो कई शॉपकीपर और स्टाफ तक मास्क पहनने की आदत छोड़ चुके हैं। एडवाइजर धर्म पाल इस रवैये से खासे नाराज हैं उन्होंने अधिकारियों को कोविड गाइडलाइंस का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। नियम तोड़ने वालों पर पहले की तरह सख्ती को कहा गया है। इतना ही नहीं कोरोना के केस बढ़ते देख अब वीकेंड बंद करने की फिर से मांग उठने लगी है। प्रशासनिक स्तर पर भी इस तरह की चर्चा होने लगी है। खासकर बीते रविवार को सुखना लेक पर उमड़ी भीड़ ने प्रशासन को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है। अगले एक दो सप्ताह ऐसा ही रहा तो दोबारा से हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए लेक को वीकेंड पर बंद किया जा सकता है। इन जगहों पर सबसे अधिक भीड़
वीकेंड पर सुखना लेक, रॉक गार्डन और बर्ड पार्क में सबसे अधिक भीड़ उमड़ रही है। स्कूलों की विटर वेकेशन होने की वजह से भी पर्यटक ज्यादा पहुंचने लगे हैं। इसी तरह से मार्केट और चुनावी कार्यक्रमों में भी ऐसे ही भीड़ उमड़ रही है। खासकर चुनावी कार्यक्रमों में कोई प्रसिद्ध चेहरा या स्टार प्रचारक की उपस्थिति और अधिक भीड़ जुटाने में मदद कर रही है।