शुगर व बीपी को रखे कंट्रोल, नहीं तो कोरोना कर लेगा एंट्री

अगर आपको मधुमेह (शुगर) और रक्तचाप (ब्लड प्रेसर) की समस्या है तो सावधान हो जाएं क्योंकि ऐसे व्यक्ति ही कोरोना वायरस की चपेट में जल्दी आते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 08:41 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:41 AM (IST)
शुगर व बीपी को रखे कंट्रोल, नहीं तो कोरोना कर लेगा एंट्री
शुगर व बीपी को रखे कंट्रोल, नहीं तो कोरोना कर लेगा एंट्री

वैभव शर्मा, चंडीगढ़

अगर आपको मधुमेह (शुगर) और रक्तचाप (ब्लड प्रेसर) की समस्या है तो सावधान हो जाएं, क्योंकि ऐसे व्यक्ति ही कोरोना वायरस की चपेट में जल्दी आते हैं। जिन व्यक्तियों को मधुमेह और रक्तचाप है, उनके शरीर में कोरोना वायरस को एंट्री करने से कोई नहीं रोक सकता है। इसका कारण है इन दोनों ही बीमारियों से आपकी इम्युनिटी कम हो जाती है और कोरोना की एंट्री के लिए ऐसा शरीर आसानी से शिकार बन जाता है। आजकल हर जगह पर लोगों को अपनी इम्युनिटी मजबूत करने की सलाह दी जा रही है। मधुमेह के मरीजों को इस समय ज्यादा सावधानियां बरतने की जरूरत है, अगर आपसे जाने अनजाने में कोई भी चुक हुई तो समझो आपने कोरोना को शरीर में एंट्री करने का रास्ता दिखा दिया है। यह बात पीजीआइ के एंडोक्रिनोलॉजिस्ट विभाग के पूर्व हेड डा. अनिल भंसाली ने सांझा की। डा. अनिल शुक्रवार को सेक्टर-8 स्थित गुरुद्वारा में भाई कन्हैया हेल्थकेयर सेंटर में एनालाइजर मशीन स्थापित के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उन्होंने कोरोना काल में मधुमेह के मरीजों को ज्यादा सावधानियां बरतने की सलाह दी है।

खून की नलियां करता है ब्लॉक

डा. अनिल ने बताया कि शुगर और कोरोना दोनों में ही एक बात खास है। जिस व्यक्ति को शुगर होता है उसकी खून की नलियां ब्लॉक हो जाती हैं, ठीक उसी तरह से अगर किसी इंसान के शरीर में कोरोना वायरस एंट्री कर लेता तो वह सबसे पहले खून की नलियों को ब्लॉक करता है, जिससे इंसान के शरीर में रक्त संचालन पूरी तरह से रूक जाता है। अगर शुगर से ग्रस्त व्यक्ति को कोरोना हो जाए तो खून की नलियां खराब होना उनकी मौत का कारण बनता है। कोरोना के बाद शुगर का बिगड़ता लेवल होता है घातक

मधुमेह मरीज के शरीर में कोरोना एंट्री कर ले तो इसका असर उनके शुगर लेवल पर पड़ता है। शुगर के मरीज को हमेशा अपने खाने-पीने पर ध्यान देना चाहिए। मधुमेह के रोगी का आहार पेट भरने के साथ ब्लड शुगर की मात्रा को संतुलित रखने में भी सहायक होता है। ध्यान रहें कि ब्लड ग्लूकोज लेवल फास्टिग 70-110 मिलीग्राम/डीएल व खाना खाने के दो घंटे बाद का 100-140 मिलीग्राम डीएल बना रहे। मधुमेह कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन लेने से न करें परहेज

शुगर लेवल बिगड़ने पर ज्यादातर मरीज इंसुलिन लेने से डरते हैं। उनका मानना है कि इससे उनके शरीर को नुकसान हो सकता है जोकि बिल्कुल गलत है। डा. अनिल ने बताया कि शुगर को कंट्रोल करने के लिए जरूरत पड़ने पर इंसुलिन जरूर लगवाना चाहिए और यह जरूरी भी है। कोरोना काल में केवल एसएमएस ही रख सकता है सुरक्षित

कोरोना काल में बचाव के लिए डा. अनिल ने एसएमएस का पालन करने के लिए जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस समय केवल एसएमएस ही कोरोना में हमे बचा सकता है। उन्होंने कहा कि एस का मतलब शारीरिक दूरी, एम का मतलब मास्क और एस का मतलब सेनिटाइजर, यह तीन चीजों से हम कोरोना को दूर कर सकते हैं। शुगर के मरीज इन बातों का रखे ख्याल

एक वयस्क अधिक वजनी डायबिटिक व्यक्ति को 60 फीसद कार्बोहाइड्रेट से, 20 फीसद फेट से व 20 फीसद प्रोटीन से कैलोरी लेना चाहिए। तले हुए पदार्थ, मिठाइयां, बेकरी पदार्थ से परहेज करें। भुना चना छिलके वाला, परमल, अंकुरित अनाज, सूप, सलाद आदि का ज्यादा सेवन करें।

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