निटर से अनुबंध खत्म, अपनी मोबाइल लैब को दुरुस्त करेगा चंडीगढ़ नगर निगम
नगर निगम ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर (निटर) के साथ 30 साल का अनुबंध एक साल में खत्म करने का निर्णय लिया है। शहर की सड़कों केे निर्माण के लिए निटर से 30 साल का निगम का अनुबंध हुआ था।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। नगर निगम ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर (निटर) के साथ 30 साल का अनुबंध एक साल में खत्म करने का निर्णय लिया है। शहर की सड़कों केे निर्माण के लिए निटर से 30 साल का निगम का अनुबंध हुआ था। क्योंकि पहले बने एस्टीमेट में सीपीडब्ल्यूडी के मानकों का पालन नहीं हुआ। पार्षद एवं पूर्व मेयर अरुण सूद ने कहा कि सेक्टर-38 वेस्ट की एक सड़क को कई माह पहले बनाने के लिए कहा गया था, लेकिन सड़क आज तक नहीं बन पाई। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले अधिकारियों ने गुमराह किया, अब जनता को हम क्या जवाब दें।
इस पर अधिकारियों ने कहा कि इसमें समय नहीं लगेगा जल्द इसका टेंडर लगाकर काम शुरू कर दिया जाएगा।मालूम हो कि नगर निगम सदन ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर (निटर) के साथ 30 साल का अनुबंध एक साल में खत्म करने का निर्णय लिया है। नगर निगम अब निटर से सड़कों का डिजाइन नहीं बनवाएगा। हालांकि ठेकेदार को मैटेरियल के लिए सुझाव देगा। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक निटर को 32 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
वहींं सदन ने अपनी मोबाइल लैब को ठीक करने का प्रस्ताव उठाया। जिसे आयुक्त ने तत्काल अनुमति दे दी। नगर निगम ने 5 जनवरी 2020 को निटर के अनुबंध किया था। अनुबंध के अनुसार निटर की टीम को शहर की सड़कों का सर्वे करना था। वहीं कहां-कहां किस तरह का मैटेरियल से सड़कों का निर्माण होना है, इसकी पूरी जानकारी निगम को देनी थी। इससे निगम के पास अपनी सड़कों का नया डाटा उपलब्ध होना था। वहीं उनकी
गुणवत्ता को बढ़ाना था। इसके लिए निटर से नगर निगम ने 36.60 लाख रुपये में अनुबंध हुआ था। अब निटर को सिर्फ ठेकेदार से ही रुपये मिलेंगे, लेकिन निगम कोई फंड नहीं देगा। वहीं मौके पर जाकर सड़कों को चेक करने वाली मोबाइल वैन को तत्काल ठीक कराने का प्रस्ताव रखा गया। आयुक्त ने वैन को ठीक करवाकर उसके लिए तकनीकि ज्ञान वाले कर्मचारी की नियुक्ति को लिए भी आदेश कर दिए हैं।