सिद्धू की ताजपोशी में जा रहे कैप्टन के काफिले को मोहाली में शिक्षकों ने की घेरने की कोशिश, पुलिस ने रोका

चंडीगढ़ में पंजाब के नए कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी समारोह में जा रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के काफिले को मोहाली में शिक्षकों ने घेरने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने अध्यपकों को इससे पहले ही रोक लिया।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 02:40 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 02:40 PM (IST)
सिद्धू की ताजपोशी में जा रहे कैप्टन के काफिले को मोहाली में शिक्षकों ने की घेरने की कोशिश, पुलिस ने रोका
मोहाली में रोष जताते जिले के विभिन्न जगह से आए डॉक्टर्स।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली के फेज-8 स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) के बाहर पिछले सवा महीने से स्थायी नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पंजाब के कांट्रेक्ट टीचरों ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के काफिले को घेरने की कोशिश की। कैप्टन चंडीगढ़ में कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एयरपोर्ट रोड से गुजर रहे थे। तभी शिक्षकों ने रोष जताते हुए उनके काफिले को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने शिक्षकों को काबू कर लिया।

शिक्षकों ने कहा कि वे अपने आंदोलन को और तेज करने जा रहे हैं। उधर, पंजाब के समूह जिलों के डॉक्टरों ने शुक्रवार को मोहाली में अपनी मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। डॉक्टरों ने कहा कि सरकार मांगों को लेकर कोई ध्यान नहीं दे रही है। इसके बाद डॉक्टर पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास को घेरने के लिए चंडीगढ़ की ओर निकले। पुलिस ने चंडीगढ़-मोहाली की सीमा फेज 6 के मैक्स अस्पताल के पास डॉक्टरों को रोक लिया। डॉक्टरों ने पंजाब सरकार के खिलाफ यहां पर भी जमकर नारेबाजी की।

ध्यान रहे कि सरकारी अस्पतालों व डिस्पेंसरियों के डॉक्टर वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ हड़ताल पर हैं। अस्पतालों में ओपीडी बंद है। बावजूद अस्पताल में आने वाले मरीजों का चेकअप के बाद उसे दवाइयां तक मुहैया करवा रहे हैं। डॉक्टर संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानी तो अनिनिश्चतकाल के ओपीडी बंद कर दी जाएगी। अभी हम मरीजों का ध्यान रख कर ओपीडी सेवाओं के सामानंतर ओपीडी चला रहे है। डॉक्टर पिछले 15 दिनों से हड़ताल पर चल रहे हैं। मोहाली जिले में नौ सरकारी अस्पताल चल रहे हैं। जिनमें लगभग 130 डॉक्टर तैनात हैं।

डॉक्टर परमिंदर सिंह ने बताया कि पिछले दो साल से हम लोग लगातार अपनी ड्यूटी देते आ रहे हैं। ऐसे में सरकार हमारे हक देने में नाकामयाब हो रही है। अगर डॉक्टरों द्वारा पूरी तरह काम करना बंद कर दिया गया तो तीसरी लहर की शुरुआत मोहाली शहर से ही होगी। हड़ताल शांत तरीके से ही की जाएगी। ड\क्टरों का कहना है कि उनका एनपीए कम कर दिया गया है। इसके अलावा छठे वेतन आयोग का जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है उसमें कई खामियां हैं। इन विसंगतियों को दूर किया जाए।

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