चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल अमनदीप के जज्बे को सलाम, कोरोना संकट में जरूरतमंदों के बने मददगार

जिंदगी सही मायनों में मुश्किलों से भरी राह है। कुछ चलने से पहले ही हार मान लेते हैं तो कुछ मजबूत इरादों से मंजिल पाने में कामयाब होते हैं।

By Sat PaulEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 04:25 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 04:25 PM (IST)
चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल अमनदीप के जज्बे को सलाम, कोरोना संकट में जरूरतमंदों के बने मददगार
चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल अमनदीप के जज्बे को सलाम, कोरोना संकट में जरूरतमंदों के बने मददगार

चंडीगढ़, [डाॅ. सुमित सिंह श्योराण]। जिंदगी सही मायनों में मुश्किलों से भरी राह है। कुछ चलने से पहले ही हार मान लेते हैं, तो कुछ मजबूत इरादों से मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। इंसान में कुछ अलग करने का जज्बा हो, तो छोटी शुरुआत ही बड़े मिशन में बदल जाती है। चंडीगढ़ पुलिस के एक साधारण कांस्टेबल भी अपने मजबूत इरादों से आज हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।

कोविड-19 महामारी के दौर में परिवार को छोड़ कांस्टेबल अमनदीप पानू कोरोना महामारी में लोगों की सुरक्षा और सेवा के लिए जुटे हैं। दूसरी तरफ वह तपती गर्मी में बेजुबान जानवरों के खाने और पानी का इंतजाम कर रहे हैं। अमनदीप के इस अभियान में उनके कुछ साथी भी मदद कर रहे हैं। दैनिक जागरण ने कांस्टेबल अमनदीप से घंटों की लंबी ड्यूटी और फिर दूसरे सामाजिक कामों के प्रति उनके जज्बे को लेकर विशेष बातचीत की।

चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल अमनदीप पानू (पीली शर्ट) में शहर में आवारा पशुओं के लिए खाने और पानी का इंतजाम करते हैं 

दो महीने से हाॅटस्पाॅट बापूधाम में ड्यूटी  

कांस्टेबल अमनदीप बीते दो महीने से कोरोना हाॅटस्पाॅट बने हुए बापूधाम में ड्यूटी दे रहे हैं। लोगों की सुरक्षा के अलावा लोगों की रोजमर्रा से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए हर पल तैयार रहते हैं। रात भर ड्यूटी करते हैं तो फिर दिन में आवारा पशुओं की सेवा में लग जाते हैं। शहर के अलग-अलग हिस्सों में जानवरों के लिए प्लास्टिक के ड्रम काटकर उनमें पानी उपलब्ध करवा रहे हैं। पक्षियों के लिए भी काफी संख्या में कसोरे पेड़ों पर टांग रहे हैं।

कांस्टेबल अमनदीप लोगों को निशुल्क पौधे वितरित करते हुए।

अब गांव हुआ हराभरा, सरकारी स्कूल में लाइब्रेरी  

अमनदीप 2010 में चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए। हरियाणा में हिसार जिले के हांसी तहसील में थुराणा गांव के मूल निवासी हैं। गांव के ही सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने वाले अमनदीप गांव में पर्यावरण और शिक्षा के मिशन मे जुटे हैं। हर घर-एक पेड़ मुहिम...को शुरु कर इन्होंने 3500 से अधिक पौधे लगाकर पूरे गांव को हराभरा बना दिया। सरकारी स्कूल में बच्चों के लिए लाइब्रेरी बनवाई है। गांव में बेटियों की प्रतिभा को तराशने के लिए लड़कियों के लिए खेल प्रतियोगिताओं को शुरु करवाया। पत्नी रीना रानी भी चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल हैं। 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

chat bot
आपका साथी