चंडीगढ़ में कांग्रेसी नेता शशि शंकर तिवारी ने केंद्रीय रेल मंत्री से की मांग, यूपी-बिहार के लिए चलाई जाएं ट्रेनें

कोरोना संक्रमण काल से पहले चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से करीब 50 ट्रेनों का संचालन होता था। मौजूदा समय में स्टेशन से चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन चंडीगढ़-लखनऊन सुपरफास्ट फेस्टीवल ट्रेन और पाटलीपुत्र स्पेशल फेस्टिवल ट्रेन चल रही है। इसके अलावा शताब्दी ट्रेनें भी बंद है।

By Vinay KumarEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 03:09 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 03:09 PM (IST)
चंडीगढ़ में कांग्रेसी नेता शशि शंकर तिवारी ने केंद्रीय रेल मंत्री से की मांग, यूपी-बिहार के लिए चलाई जाएं ट्रेनें
यूपी बिहार के पांच लाख से ज्यादा लोग ट्राईसिटी में रहते हैं।

चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। यूपी बिहार के पांच लाख से ज्यादा लोग ट्राईसिटी में रहते हैं। ऐसे में इन लोगों की आवाजाही का एममात्र साधन ट्रेन है, लेकिन रेलवे बोर्ड ने कोविड-19 की पहली लहर के बाद से ही ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है। ट्रेनों का संचालन नहीं होने से इन राज्यों से आने -जाने वाले हजारों लोगों को खासी परेशानी हो रही है। मौजूदा समय में रेलवे बोर्ड की तरफ से इन राज्यों के लिए मात्र तीन ट्रेनें चल रही हैं, जबकि कोरोना संक्रमण काल से पहले चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से करीब 50 ट्रेनों का संचालन होता था। मौजूदा समय में स्टेशन से चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन, चंडीगढ़-लखनऊन सुपरफास्ट फेस्टीवल ट्रेन और पाटलीपुत्र स्पेशल फेस्टिवल ट्रेन चल रही है। इसके अलावा शताब्दी ट्रेनें भी बंद है। जिससे व्यापारी वर्ग को खासी परेशानी हो रही है।

मजबूरी के चलते लोग ले रहे हैं पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा

पूर्वांचल विकास महासंघ ट्राइसिटी के अध्यक्ष व कांग्रेस पार्टी के नेता शशि शंकर तिवारी ने केंद्रीय रेल मंत्री से मांग की है कि इस कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद जो भी ट्रेनें चंडीगढ़ पंजाब से होते हुए, उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल जाती थी, उन्हें रेलवे बोर्ड तुरंत शुरू करें। उन्होंने बताया कि शहर से हर रोज हजारों के तादाद में मजदूरों का आना जाना लगा रहता है। ट्रेनें बंद होने की स्थिति में अफरा-तफरी का माहौल है। अब ज्यादा से ज्यादा ट्रेनें चलनी चाहिए, ताकि जो लोग कोविड काल में फंस गए थे वह अपने घरों में जा सकें। उन्होंने बताया कि ट्रेन बंद हो जाने के कारण मजबूरी के चलते इन लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। जोकि मजदूरों की मजबूरी का नजायज फायदा उठा रहे हैं। जहां ट्रेनों से आने मे एक व्यक्ति का किराया 500 से 700 तक लगता है। वहीं प्राइवेट बस वाले इन मजदूरों से 2500 से 3000 रुपये ले रहे हैं।

यह ट्रेनें हैं 9 मई से रद

-02005-06 कालका-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस

-02011-12 कालका-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस

-02045-46 चंडीगढ़-दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस

-02057-58 ऊना हिमाचल-दिल्ली जनशताब्दी एक्सप्रेस

-04639-40 मोहाली-फिरोजपुर स्पेशल एक्सप्रेस

ट्रेनों  की आवाजाही शुरू करने की दिशा में काम चल रहा है। इसी कड़ी में 19 जून से अमृतसर -ब्रांदा के बीच चलने वाली दादर एक्सप्रेस शुरू की जा रही है, हालांकि यह ट्रेन चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से होकर तो नहीं जाएगी,लेकिन उम्मीद कि जल्द इस रूट पर भी कुछ ट्रेनों की बहाली कर दी जाएगी।

सुमीर शर्मा, जनसंपर्क अधिकारी, अंबाला मंडल रेलवे स्टेशन।

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