पंजाब में नया प्रयोग कर सकती है कांग्रेस, जिला कमेटियों में एक प्रधान दो वर्किंग प्रधान का फार्मूला

पंजाब में विधानसभा चुनाव वर्ष 2022 की शुरुआत में होने हैं लेकिन कांग्रेस अभी तक संगठनात्मक ढांचा खड़ा नहीं कर पाई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पंजाब में नया प्रयोग कर जिला अध्यक्षों के साथ दो कार्यकारी अध्यक्ष लगा सकती है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 08:48 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 07:19 AM (IST)
पंजाब में नया प्रयोग कर सकती है कांग्रेस, जिला कमेटियों में एक प्रधान दो वर्किंग प्रधान का फार्मूला
पंजाब में नया प्रयोग कर सकती है कांग्रेस। सांकेतिक फोटो

कैलाश नाथ, चंडीगढ़। राजनीतिक दलों ने विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बिगुल फूंक दिया है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने राजनीतिक अस्त्र-शस्त्र को धार देने में लगी है। कांग्रेस पार्टी चुनाव से पहले प्रदेश और जिला कमेटियों के गठन की तैयारी कर रही है। जिला कमेटियों में कांग्रेस इस बार नया प्रयोग करने की सोच रही है। चुनाव में सभी को प्रतिनिधित्व देने के उद्देश्य से कांग्रेस जिला कमेटियों में एक प्रधान दो वर्किंग प्रधान का फार्मूला अपनाने पर विचार कर रही है। पार्टी यह मान रही है कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रतिनिधित्व मिल सकेगा।

पंजाब हमेशा से ही कांग्रेस के लिए प्रयोगशाला बनी रही है। जब राहुल गांधी को यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रधान चुनने के लिए वोटिंग प्रक्रिया अपनाने का फैसला किया तो उसका प्रयोग भी पंजाब में किया गया। जब प्रदेश कांग्रेस में एक प्रधान और चार वर्किंग प्रधान लगाने का प्रयोग किया का तो वह भी पंजाब में किया गया। अब जिला कमेटियों में भी इसी तरह का प्रयोग किये जाने की तैयारी है।

कांग्रेस ने पंजाब को 29 राजनीतिक जोन के रूप में बांटा हुआ है। बठिंडा, जालंधर, पटियाला और अमृतसर में शहरी और जिला प्रधान और देहाती जिला प्रधान लगाया जाता है, जबकि कांग्रेस खन्ना को भी अलग राजनीतिक जिला मानती है। विधान सभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा लोगों को जिला व प्रदेश कमेटियों में एडजस्ट करना चाहती है, ताकि इसका चुनाव में लाभ मिल सके। वहीं, पार्टी द्वारा अभी तक कमेटियों की घोषणा नहीं किए जाने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी उभर रही है, क्योंकि पार्टी ने इस बार जिला प्रधानों के नाम विधायकों से लिए हैं।

कार्यकर्ताओं को नाराजगी इस बात को लेकर भी उभर रही है कि विधायक ने तो अपने ‘यस मैन’ के नाम ही दिए होंगे। वहीं, अब जब चुनाव आ गए हैं तो पार्टी संगठन का गठन करने लगी है, जबकि दो वर्षों से पार्टी का गठन नहीं किया गया। जिला कमेटियों की लिस्ट प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी हाईकमान को भेज दी है। अब संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी की मंजूरी के बाद पहले जिला कमेटियों और उसके बाद प्रदेश कमेटी के पदाधिकारियों के नामों की घोषणा होगी।

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