पंजाब यूनिवर्सिटी ने एंट्रेंस के नाम पर स्टूडेंट्स से की दस करोड़ की कमाई

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से विभिन्न कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेंस फीस के तौर पर करोड़ों की कमाई करने और किसी तरह का टेस्ट आयोजित नहीं करने के खिलाफ शिकायत चांसलर ऑफिस को भेजी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 07:48 AM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 07:48 AM (IST)
पंजाब यूनिवर्सिटी ने एंट्रेंस के नाम पर स्टूडेंट्स से की दस करोड़ की कमाई
पंजाब यूनिवर्सिटी ने एंट्रेंस के नाम पर स्टूडेंट्स से की दस करोड़ की कमाई

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से विभिन्न कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेंस फीस के तौर पर करोड़ों की कमाई करने और किसी तरह का टेस्ट आयोजित नहीं करने के खिलाफ शिकायत चांसलर ऑफिस को भेजी गई है। पीयू प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया गया है कि 2020-21 सत्र में पीयू के विभिन्न अंडर ग्रेजुएट(यूजी) और पोस्ट ग्रेजुएट(पीजी) कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेंस के नाम पर आवेदन मांगे गए। साथ ही एंट्रेंस फीस के तौर पर पीयू ने करीब दस करोड़ रुपये की कमाई भी की।

एंट्रेंस कैंसिल होने के बाद भी अभी तक पीयू ने स्टूडेंट्स की फीस नहीं लौटाई। आरटीआइ कार्यकर्ता डा.आरके सिगला ने आरोप लगाया है कि पीयू ने एंट्रेंस टेस्ट के नाम पर वसूली फीस की जानकारी मांगी गई थी। पीयू को नौ एंट्रेंस टेस्ट के आवेदनों से कुल 97224066 की कमाई हुई है। सिगला ने कहा कि कोरोना काल में लोगों पर पहले ही आर्थिक बोझ पड़ा हुआ है। लेकिन पीयू प्रशासन ने स्टूडेंट्स के साथ एंट्रेंस के नाम पर धोखा किया है। पीयू चांसलर को लिखे पत्र में डॉ. सिगला ने छह अलग अलग बिदुओं पर पीयू प्रशासन के खिलाफ शिकायत दी है। उनका कहना है कि जब एंट्रेंस हुआ ही नहीं तो फीस किस बात की।

पीयू ने तीन महीने में भी नहीं दी जानकारी

आरटीआइ कार्यकर्ता डॉ. सिगला ने कहा कि एंट्रेंस टेस्ट के नाम पर पीयू ने कितनी कमाई की इसके बारे में आरटीआइ के तहत जानकारी मांगी गई। लेकिन पीयू प्रशासन के अधिकारी तीन महीने तक भी यह जानकारी नहीं दे पाए। मामले की शिकायत उच्च स्तर पर करने पर ही पीयू प्रशासन ने जानकारी दी है। डा. सिगला का कहना है कि दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और स्टूडेंट्स की फीस का पैसा जल्द लौटाया जाए।

कोट्स ..

पीयू कार्यप्रणाली को बिना समझे तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है। एंट्रेंस फीस सिर्फ परीक्षा आयोजन से जुड़ी नहीं है, इसमें स्टॉफ का वेतन, मेरिट लिस्ट तैयार करना, एप्लीकेशन प्रोसेस आदि भी शामिल है। पीयू प्रशासन के कर्मचारियों के वेतन का यूजीसी और पंजाब सरकार से मिलने वाली ग्रांट के अलावा अन्य खर्चे एंट्रेंस फीस से पूरे किए जाते हैं।

प्रवक्ता, पीयू चंडीगढ़।

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