कमिश्नर ने छीने सीटीसी चार्ज, इंजीनियर्स हुए डिमोट

सभी को तत्काल प्रभाव से उनके मूल पद पर तैनात किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Jul 2019 10:26 PM (IST) Updated:Wed, 31 Jul 2019 06:29 AM (IST)
कमिश्नर ने छीने सीटीसी चार्ज, इंजीनियर्स हुए डिमोट
कमिश्नर ने छीने सीटीसी चार्ज, इंजीनियर्स हुए डिमोट

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों में मंगलवार शाम उस समय हंगामा मच गया जब कमिश्नर केके यादव ने यह आदेश जारी कर दिए गए कि जिनको सीटीसी (करंट डयूटी चार्ज) चार्ज देकर प्रमोशन दी गई है। उन सभी का चार्ज खत्म किया जा रहा है और सभी को तत्काल प्रभाव से उनके मूल पद पर तैनात किया जा रहा है। इस समय नगर निगम के सभी विभाग में हर कर्मचारी को उसके उच्च पद पर सीटीसी चार्ज देकर प्रमोट किया गया है। कमिश्नर के इस आदेश से कर्मचारियों को झटका लगा है। ऐसे में कर्मचारियों ने कमिश्नर के यह आदेश वापस लेने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है। कर्मचारियों का एक प्रतिनिधि मंडल कमिश्नर केके यादव को भी मिला। बुधवार को नगर निगम की सदन की बैठक है। ऐसे में इस मामले को लेकर हंगामा होने की आशंका है क्योंकि बहुत से पार्षद ऐसे हैं जोकि अपने चहेते कर्मचारियों और अधिकारियों को डिमोट नहीं होने देना चाहते क्योंकि किसी समय में उन्होंने ने ही आला अधिकारियों को सिफारिश कर उन्हें सीटीसी चार्ज दिलवाया है। अभी हाल ही में दमकल विभाग के 10 फायर कर्मचारियों को सीटीसी चार्ज देकर प्रमोट किया गया है। कमिश्नर के इस आदेश से वह अपने मूल पद पर आ गए हैं। इनमे चंद सब फायर अधिकारी भी हैं जिन्हें सीटीसी चार्ज देकर स्टेशन फायर अफसर बनाया गया है। इसको लेकर कई शिकायतें भी पहुंच रही थी। सूत्रों का कहना है कि विशेष कमिश्नर संजय झा ने डिपार्टमेंट आफ पर्सोनल ट्रेनिग की गाइडलाइन की जानकारी कमिश्नर को दी। गाइडलाइन के अनुसार किसी को सीटीसी चार्ज नहीं दिया जा सकता। सीनियोरिटी पूरी होने पर प्रमोशन ही दी सकती है। मंगलवार को कर्मचारियों की सीनियोरिटी लिस्ट को लेकर बैठक थी। सीटीसी चार्ज देने का खेल पिछले कई सालों से चल रहा है जो कि कमिश्नर के आदेश के बाद अब खत्म हो गया है। इस आदेश के बाद इंजीनियर्स के साथ साथ 9 सुपरिटेंडेंट भी डिमोट हो गए हैं जिनके पास सीटीसी चार्ज था। ऐसा नगर निगम में पहली बार हुआ है। रोड विग में कोई भी स्थायी कार्यकारी अभियंता नहीं

इस समय रोड विग में तीन डिवीजन हैं। जिसमें कोई भी स्थायी कार्यकारी अभियंता नहीं हैं। इस पद पर तीन एसडीओ को करंट डयूटी चार्ज दिया गया है। रविदर शर्मा, धमेंद्र शर्मा और अजय गर्ग जिन्हें पिछले साल ही एसडीओ के पद पर रहते हुए एक्सईएन का चार्ज दिया गया है। कमिश्नर के इस आदेश से वह अब फिर से एसडीओ बन गए हैं। इस विग में नौ जेई को एसडीओ का सीटीसी चार्ज दिया गया है जो अब फिर से जेई बन गए हैं। इसी तरह से वर्क इंस्पेक्टर के पास जेई का चार्ज है, अब वह फिर से इंस्पेक्टर बन गए हैं। इंजीनियर्स के अलावा अलग-अलग विभाग में काम कर रहे हैं क्लर्क, सहायक को भी सीटीसी चार्ज देकर उच्च पद पर बिठाया गया है। अब वह भी अपने निचले पद पर आ गए हैं। रोड विग में तैनात एसडीओ अनुराग बिश्नोई को पिछले माह ही कार्यकारी अभियंता का चार्ज दिया है, वह भी छीन लिया गया है। जनस्वास्थ्य विग में सिर्फ एक ही स्थायी कार्यकारी अभियंता

जनस्वास्थ्य विग के चार डिवीजन में से सिर्फ एक पर ही स्थायी कार्यकारी अभियंता सुरेश गिल है। जबकि बाकी बची तीन डिवीजन में एसडीओ को कार्यकारी अभियंता का चार्ज दिया गया है। जिनमें हरीश सैनी,विजय प्रेमी और आरडी शर्मा का नाम शामिल है। बागवानी विभाग में हाल ही में कार्यकारी अभियंता कृष्ण पाल को सुपरिंटेंडेट इंजीनियर का चार्ज दिया गया और एसडीओ प्रितपाल को कार्यकारी अभियंता का चार्ज दिया गया है। इस आदेश के बाद अब वह वापस अपने पद पर आ गए हैं। जबकि इसी तरह से अन्य विभाग में सीटीसी चार्ज दिए गए हैं। इस समय कई सुपरिंटेंडेट भी है जोकि सहायक हैं लेकिन उन्हें उच्च पद का सीटीसी चार्ज मिला हुआ है। बिजली विभाग के कुलदीप सिंह एसडीओ हैं जोकि अब तक कार्यकारी अभियंता का सीटीसी चार्ज दिया हुआ था। इनके पास भी थे सीटीसी चार्ज जो छीन लिए गए हैं

जेई निर्मल सिंह, ललित कुमार, संजीव चौहान, राकेश कुमार, यशपाल शर्मा, राजबीर सिंह, अंग्रेज सिंह, जोगिदर सिंह, गौरव पाल, कवलीन कौर, बलराज चितकारा, स्वतंत्रत सिंह, रोहित गर्ग के अलावा एसओ चंपा भट्ट, महेंद्र सिंह, दीपक कुमार और राकेश गुप्ता का नाम शामिल हैं जिन्हें डिवीजनल अकाउंटेंट का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था।

सुपरिंटेंडेट इंजीनियर अरोड़ा देखेंगे कार्यकारी अभियंता का काम

रोड विग में कोई कार्यकारी अभियंता नहीं होने के कारण सुपरिंटेंडेट इंजीनियर संजय अरोड़ा को इसका काम देखने के लिए कहा गया है। ऐसे में अरोड़ा अब तीनों डिवीजन के कार्यकारी अभियंता का चार्ज देखेंगे। एसई से वापस कार्यकारी अभियंता केसी सिंह को बिजली विग के कार्यकारी अभियंता का काम देखने के लिए कहा गया है। जनस्वास्थ्य विभाग में स्थायी कार्यकारी अभियंता सुरेश गिल को बाकी की तीन डिवीजन के कार्यकारी अभियंता का चार्ज देखने के आदेश जारी किए गए हैं। सीटीसी चार्ज देने से काम प्रभावित हो रहा था। इससे कर्मचारियों पर भी काम का दबाव बढ़ रहा था। चीफ इंजीनियर को कह दिया गया है कि जो पद खाली हो गए हैं, उन्हें भरा जाए। जिनकी प्रमोशन बनती है, उन्हें प्रमोट किया जाए।

केके यादव, एमसी कमिश्नर

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