जीरकपुर में मजदूर यूनियन की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी, काम रखा बंद
यूनियन के अधिकारी कई बार नगर काउंसिल के कार्यकारी अधिकारी को लिखित रूप में बोल चुके हैं लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा नोटीफिकेशन को लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि यह जानबूझ कर इस कानून को लागू नही कर रहे हैं।
ज़ीरकपुर, (चंडीगढ़) जेएनएन। नगर काउंसिल इंप्लाइज़ यूनियन (इंटक) के सफाई कर्मचारियों द्वारा शहर में काम बंद कर दूसरे दिन भी रोष प्रदर्शन जारी रखा। इस मौके पर इंटक पंजाब के मीत प्रधान विनोद चुघ ने धरने पर बैठे मजदूर यूनियन के मेंबरों को संबोधन करते हुए बताया कि श्रमिक विभाग पंजाब द्वारा 21 जून 2019 को एक नोटिफिकेशन जारी कर नगर काउंसिलों के अधीन काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को 9978 रुपए प्रति महीना तनख़्वाह देने के लिए कहा गया था।
इस सबंध में यूनियन के अधिकारी कई बार नगर काउंसिल के कार्यकारी अधिकारी को लिखित रूप में बोल चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों द्वारा नोटीफिकेशन को लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि यह जानबूझ कर इस कानून को लागू नही कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि काउंसिल अधिकारी श्रमिक कानूनों का उलंघन कर रहे है और मजदूरों को उनका बनता हक नही दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस समय सफाई कर्मियों को 8700 रुपये मासिक तनख़्वाह दी जा रही है जो कि सरासर गलत और गैरकानून्नी है। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना महामारी के मंदी के चलते सफ़ाई कर्मी को उनकी बनती पूरी तनख़्वाह नही दी जा रही है जो शर्मनाक बात है।
इसके इलावा यूनियन के प्रधान रविंदरपाल सिंह, प्रदीप कुमार सूद, सतीश कुमार, भारत भूषण ने भी धरने को संबोधित करते हुए पंजाब सरकार से मांग की है कि जीरकपुर नगर काउंसिल के कार्यकारी अधिकारी के खिलाफ कानूनी करवाई की जाए और मजदूरों के बनते हक जल्द दिए जाए।
मजदूर यूनियन के प्रधान रविंदरपाल सिंह ने बताया कि इसके लिए यूनियन के अधिकारियों ने फ़ैसला किया है जब तक मजदूरों की मांगों को पूरा नहीं किया जएगा तब तक लगातार हड़ताल जारी रखेंगे, जिसकी सारी जिमेवारी काउंसिल अधिकारियों की होगी।