चंडीगढ़ में चीफ हाउस वेलफेयर कन्फेडरेशन की आपात बैठक हुई, प्रशासन से पानी के बिलों को वापस लेने की मांग

चंडीगढ़ में सेक्टर-24 में चीफ हाउस वेलफेयर कनफेडरेशन की आपात बैठक हुई। वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम शम्मी ने हाल ही में प्रशासन/नगर निगम द्वारा भेजे गए पानी के बिलों को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पानी के बिलों को वापस लेने की मांग की।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 10:57 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 10:57 AM (IST)
चंडीगढ़ में चीफ हाउस वेलफेयर कन्फेडरेशन की आपात बैठक हुई, प्रशासन से पानी के बिलों को वापस लेने की मांग
पानी के भारी बिलों को दिखाते हुए लोग।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में सेक्टर-24 में चीफ हाउस वेलफेयर कनफेडरेशन की आपात बैठक हुई। बैठक में वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा किसान आंदोलन में जो किसान शहीद हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। उनके परिवार से संवेदना व्यक्त की। वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम शम्मी ने हाल ही में प्रशासन/नगर निगम द्वारा भेजे गए पानी के बिलों को लेकर चिंता व्यक्त की है।

शम्मी ने बताया की सरकार द्वारा कई साल पहले घर अलाट हुए थे। यहां पर तकरीबन गरीब परिवार पेंशन बुजुर्ग व्यक्ति रहते है। सरकार की तरफ से शुरू में इन घरों में 50 रुपए से पानी का बिल शुरू हुआ। बाद में 100 रुपये उसके बाद 200 रुपये फिर 290 आने लगा। अब दो-तीन दिन पहले ही जब लोगों के घर पानी के बिल 1300 से लेकर 2600 रुपये तक आने शुरू हुए। सभी लोग एकदम से चिंतित हो गए। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते लोग पहले ही दबे हुए है। अब सरकार की तरफ से  दबाया जा रहा है। सेक्टर 24 के लोगों में रोष देखने को मिला।

उन्होंने मांग की है कि प्रशासन द्वारा भारी रकम के साथ भेजे गए पानी के बिलों को वापस लें। इस मामले को लेकर वह जल्द ही एक डेपुटेशन लेकर चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज कुमार परिदा से भी भेंट करेंगे। वहीं, नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न सेक्टरों में कूड़ा उठाने के लिए सरकारी गाड़ियां भेजी जा रही है। लेकिन गाड़ी वाले घरों में कूड़ा जाकर नहीं उठाते। क्योंकि परिवार के कई सदस्य सुबह अपने काम पर चले जाते हैं। उनके पीछे से उनके छोटे बच्चे बुजुर्ग घर में अकेले होते हैं। जिसके चलते काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। वह गाड़ी तक कूड़ा नहीं पहुंच पाते।

शम्मी ने कहा कि नगर निगम चंडीगढ़ शहर की स्वच्छता बनाए रखने हेतु प्रयासरत है। इन गाड़ियों के साथ जो भी कर्मचारी कूड़ा उठाने के लिए जाते हैं। वे घरों के प्रथम और द्वितीय तल पर नहीं जाते। गाड़ियां एक स्थान पर खड़ी हो जाती है। निवासियों को कूड़ा डालने के लिए कहा जाता है।

वहीं प्रशासन से मांग की है कि हड़ताल पर बैठे गार्बेज कलेक्टर के बारे में भी विचार करें। क्योंकि गार्बेज कलेक्टर के कर्मी भी घरों में जा जाकर कूड़ा कर्कट उठाते थे। इस मौके पर मीटिंग में अध्यक्ष प्रेम शम्मी, वित्त सचिव केवल सिंह, दीदार सिंह, अशोक भट्टी, सोमपाल कल्याण, जनक राज, कश्मीरा सिंह, उमरजीत सिंह, लाल सिंह, परमजीत कौर, जीनी रानी, राजकुमार, अशोक कुमार, सुनील शर्मा के अलावा कई सदस्य मौजूद थे।

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