सेक्टर-63 में सीएचबी का थ्री बीएचके फ्लैट एक करोड़ में बिका

चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड (सीएचबी) ने दूसरी बार ई-टेंडर कर 79 में से 27 मकानों को बेचने में सफलता हासिल की है। इन 27 मकानों का रिजर्व प्राइज 20.89 करोड़ रुपये था जिसके बदले बोर्ड ने 22.58 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जुटाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Jun 2021 06:52 PM (IST) Updated:Tue, 01 Jun 2021 06:52 PM (IST)
सेक्टर-63 में सीएचबी का थ्री बीएचके फ्लैट एक करोड़ में बिका
सेक्टर-63 में सीएचबी का थ्री बीएचके फ्लैट एक करोड़ में बिका

जासं, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड (सीएचबी) ने दूसरी बार ई-टेंडर कर 79 में से 27 मकानों को बेचने में सफलता हासिल की है। इन 27 मकानों का रिजर्व प्राइज 20.89 करोड़ रुपये था, जिसके बदले बोर्ड ने 22.58 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जुटाया। इन मकानों के लिए बोर्ड ने 17 मई से ई-टेंडर के जरिए बिड आमंत्रित की थी। 31 मई शाम छह बजे तक ई-टेंडर सब्मिट करने का समय दिया गया था। हालांकि 79 में से 27 मकानों के लिए ही बोर्ड के पास 97 ई-बिड आई। मंगलवार को बिड को टेक्निकली देखने के बाद फाइनल बिड खोली गई। इसमें कई मकानों के लिए रिजर्व प्राइज से कहीं अधिक बिड लगाई गई है। एक मकान के लिए सर्वाधिक रिजर्व प्राइज से 18.81 लाख रुपये अधिक बिड आई। रिजर्व प्राइज से औसत आठ फीसद अधिक बिड इन मकानों के लिए आई। ई-टेंडर में लोगों का विश्वास देखकर सीएचबी के अधिकारी गदगद हैं। पहले जहां कई बार ऑक्शन में यह प्रॉपर्टी लगाने के बाद भी बेची नहीं जा सकी। वहीं अब दो बार ई-टेंडर कर 109 में से 63 मकान बेचे जा चुके हैं। सेक्टर-63 में थ्री बीएचके एक करोड़ में बिका

सेक्टर-63 के थ्री बीएचके फ्लैट सबसे महंगे बिके। इसमें दो थ्री बीएचके फ्लैट तो एक-एक करोड़ रुपये में बिके। एक थ्री बीएचके फ्लैट के रिजर्व प्राइज से तो सर्वाधिक 18.81 लाख रुपये अधिक बिड देकर खरीदा गया। इस फ्लैट का रिजर्व प्राइज करीब 86 लाख रुपये के निर्धारित किया गया था। पांच दिन में 25 फीसद कराना होगा जमा

ई-टेंडर में जिसकी बिड सर्वाधिक रही है उनकी सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। अब इन सभी सफल बिडर को बिड एमाउंट का 25 फीसद पांच दिनों के अंदर जमा कराना होगा। इसमें अर्नेस्ट मनी डिपॉजिट (ईएमडी) भी शामिल रहेगा। अगर बिडर इसे निर्धारित समय में जमा नहीं कराता तो ईएमडी के तौर पर जमा दो लाख रुपये भी जब्त हो जाएंगे। आठ जून तक यह राशि जमा करानी होगी। पहले छह हाईएस्ट बिडर की ईएमडी जब्त

पिछले ई-टेंडर में 36 मकान के लिए बिड देने वाले छह सबसे अधिक बोलीदाता 25 फीसद राशि जमा कराने नहीं आए। निर्धारित समय सीमा पूरी होने पर इनकी ईएमडी को बोर्ड ने जब्त कर लिया। अब दोबारा से यह मकान ई-टेंडर में शामिल किए गए थे। कोरोना महामारी में एक तरफ जहां मंदी की बात हो रही है वहीं आशियाना खोज रहे लोग आपदा में इस अवसर को भुला रहे हैं। बचे मकानों के लिए दोबारा ई-टेंडर

बोर्ड की 200 से अधिक प्रॉपर्टी ऐसी है जिसे बेचना है। सबसे पहले फ्री होल्ड बेस रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी को बेचने का निर्णय लिया गया था। अब जो प्रॉपर्टी बची हैं उन्हें दोबारा ई-टेंडर में लाया जाएगा। साथ ही कॉमर्शियल प्रॉपर्टी को बेचने की प्रक्रिया भी शुरू होगी। इन्हें भी बोर्ड अब ई-टेंडर प्रक्रिया से ही बेचेगा।

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