मल्टी लेवल पार्किग की छत बदलने से बिगड़ेगी प्लाजा की सूरत
सेक्टर-17 की मल्टी लेवल पार्किंग शुरुआत से ही विवादों में रही है। इस पार्किंग को बनाने में लापरवाही बरतने का खामियाजा अब शहरवासियों को भुगतना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-17 की मल्टी लेवल पार्किंग शुरुआत से ही विवादों में रही है। इस पार्किंग को बनाने में लापरवाही बरतने का खामियाजा अब शहरवासियों को भुगतना पड़ेगा। एक बार फिर सेक्टर-17 प्लाजा की सूरत बिगड़ेगी और लंबे समय तक पार्किंग का एरिया बंद होने वाला है। दरअसल मल्टी लेवल पार्किंग की पूरी छत को दोबारा तोड़कर बनाने का फैसला नगर निगम ले चुका है। छत से पानी टपकना बंद नहीं होने की वजह से छत को तोड़ा जाना है। ठेकेदार की लापरवाही और ठीक से मॉनिटरिग नहीं करने वाले अधिकारियों की कमी का खामियाजा प्लाजा आने वाले लोगों को भुगतना पड़ेगा। हालांकि नगर निगम कांट्रेक्टर की सिक्योरिटी रकम जब्त कर ही छत बदली जाएगी। नगर निगम हाउस में यह फैसला लिया जा चुका है। सवा दो करोड़ होंगे खर्च
करीब सवा दो करोड़ रुपये इस पर खर्च होंगे। पहले पार्किग कंस्ट्रक्शन की वजह से इस एरिया में मिट्टी और धूल फैली रही। अब छत को तोड़ने और फिर दोबारा बनाने में धूल और मिट्टी का आलम रहेगा। मल्टी लेवल पार्किंग सेक्टर-17 प्लाजा के बिल्कुल लगती है। वेंडर हटने के बाद अब प्लाजा की खूबसूरती बढ़ी है, जिससे लोगों की आवाजाही भी बढ़ी है। पार्किग बंद होने से बढ़ेगी परेशानी
मल्टी लेवल पार्किंग की छत इसे बंद किए बिना बदलना संभव नहीं है। तोड़कर दोबारा बनानी होगी। ऐसे में पार्किंग बंद रही तो परेशानी बढ़ जाएगी। ओपन पार्किंग पर गाड़ियों का बोझ बढ़ेगा। पहले ही प्लाजा के चारों तरफ पार्किंग फुल रहती है। बैंक स्क्वेयर की पार्किंग में तो अकसर वाहन फंस जाते हैं। मल्टी लेवल पार्किंग बंद हुई तो लंबे समय तक यही स्थिति बनी रहेगी। परेशानी बढ़ने के साथ ही प्लाजा की ब्यूटीफिकेशन का काम भी लटकेगा।