एक्सीडेंट में घायल का ऑन द स्पॉट इलाज करेगी चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस, फर्स्ट एड देकर पहुंचाएगी अस्पताल

चंडीगढ़ की सड़कों पर हादसों में घायलों को चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ऑन द स्पॉट इलाज की सुविधा मुहैया करवाएगी। ऐसे में अगर को एक्सीडेंट में घायल हो जाता है तो ट्रैफिक पुलिस के जवान उसका मौके पर ही प्राथमिक उपचार करेंगे। इसकी जवानों को ट्रेनिंग दी गई है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 10:53 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 10:53 AM (IST)
एक्सीडेंट में घायल का ऑन द स्पॉट इलाज करेगी चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस, फर्स्ट एड देकर पहुंचाएगी अस्पताल
ट्रैफिक कर्मचारियों को प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग दी गई है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर में सड़क हादसों में घायलों को अस्पताल पहुंचाने, मौके पर मदद करने के लिए चंडीगढ़ पुलिस हमेशा तत्पर रहती है। ऐसे में अब चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ऑन द स्पॉट इलाज की सुविधा भी देगी। ऐसे में अगर सड़क हादसे में कोई इंसान घायल होता है तो उसे मौके पर ही फर्स्ट एड यानी उसका प्राथमिक उपचार किया जाएगा। यदि उसकी हालत गंभीर है तो घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाएगा। 

शनिवार के सेक्टर-23 स्थित चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्क में ट्रैफिक पुलिस के जवानों की ट्रेनिंग के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एसएसपी ट्रैफिक मनीषा चौधरी के नेतृत्व में चोटिल लोगों के मदद के लिए पुलिसकर्मियों को फर्स्ट एड की जानकारी दी गई। इस दौरान पुलिस लाइन अस्पताल के सीएमसो डॉक्टर अरविंद पाल सिंह, इंस्पेक्टर जसविंदर कौर और एसआइ अजय कुमार भी मौजूद सहित टीम मौजूद थी। जवानों को लोगों की जान बचाने की डेमो ट्रेनिंग भी दी गई।

इंस्पेक्टर जसविंदर कौर ने बताया कि फर्स्ट एड के लिए आयोजित किए गए इस ट्रेनिंग सेशन में 35 जवान शामिल हुए थे। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक जवान हमेशा सड़क पर तैनात होते हैं। किसी भी तरह का हादसा होने पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी फर्स्ट एड देकर घायल की जान बचा सकते हैं।

डेमो ट्रायल देकर दी जान बचाने की ट्रेनिंग

कैंप में पुलिसकर्मियों को चोटिल लोगों का डेमो ट्रायल करवाया गया। इस दौरान ट्रेनिंग लेने वाले पुलिसकर्मियों ने अपने अभ्यास उसे बचाने की कोशिश किया। जिसे मौजूद डॉक्टर ने सही और सटीक कदम भी बताया। इससे पहले रेलवे लाइट प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने दो मजदूरों को मिट्टी में दबने के बाद उनकी जान बचाई थी। इस दौरान भी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने बड़ी कुशलता के साथ पहले मजदूरों के मुंह के आसपास मिट्टी हटाकर उनके सांस लेने की व्यवस्था किया फिर संसाधनों की मदद से उन्हें भी बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती करवाया था। इस कार्य के लिए पुलिस विभाग की तरफ से दोनों का ट्रैफिक कांस्टेबलों को सम्मानित भी किया गया था।

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