चंडीगढ़ की समाजसेवी संस्था आचार्यकुल गरीबों की मदद में जुटी, राशन बांटने के साथ उठाया बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा
शहर की समाजसेवी संस्था आचार्यकुल चंडीगढ़ की तरफ से पिछले दो वर्षों से बड़े स्तर पर गरीबों की मदद की जा रही है। न केवल शहर बल्कि ट्राईसिटी में आचार्यकुल से जुड़े लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। शहर की समाजसेवी संस्था आचार्यकुल चंडीगढ़ की तरफ से पिछले दो वर्षों से बड़े स्तर पर गरीबों की मदद की जा रही है। न केवल शहर बल्कि ट्राईसिटी में आचार्यकुल से जुड़े लोगों की मदद करने में जुटे हुए हैं। इस कड़ी में गरीबों काे राशन के साथ बच्चों को स्टेशनरी भी बांटी जा रही है।
आचार्यकुल संस्था की स्थापना भारत रत्न बिनोवा भावे ने की थी। इसकी स्थापना करने के पीछे उद्देश्य गरीबों की मदद करना था, जिसे चंडीगढ़ आचार्यकुल बखूबी निभा रहा है। सदस्यों की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों धनास, कजहेड़ी, डड्डूमाजरा व जगतपुरा के 20 गरीब परिवारों को राशन प्रदान किया गया। इसके साथ ही खाने के पैकेट भी लोगों को दिए गए। संस्था के अध्यक्ष केके शारदा ने कहा कि बिनोवा भावे ने जो रास्ता दिखाए हैं, हम सब उसी रास्ते पर चल रहे हैं। भावे का कहना था कि जो लोग दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं वह जिंदगी में कभी हार नहीं मान सकते।
लॉकडाउन में संस्था ने चंडीगढ़ प्रशासन की मंजूरी के बाद पुलिस जवानों के साथ मिलकर हर एरिया में जाकर गरीबों को राशन बांटा। यहां तक पंजाब के भी कुछ हिस्सों में संस्था की ओर सदस्यों ने जाकर मदद पहुंचाई। ट्राईसिटी में संस्था के करीब 200 से ज्यादा सदस्य गरीबों की सेवा में लगे हुए हैं। यहां तक की जरूरतमंद लोगों को अस्पताल से लेकर उन्हें दवाइयां मुहैया करवाने में भी संस्था के सदस्य दिन रात लगे हुए है।
वहीं संस्था के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम विज ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए सभी सावधानी बरते और दूरी बनाए रखें। इस अवसर पर संस्था महासचिव प्रज्ञा शारदा, डॉ. मीणा शर्मा, मुक्तीश्वर जोशी व दीपक चनारथल आदि भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि यह संस्था समय समय पर सामाजिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करती रहती है और भविष्य में भी संस्था द्वारा गरीब परिवारों के मदद की जाती रहेगी।