यूटीसीए टीम में जगह बनाने के लिए पसीना बहा रहे चंडीगढ़ के जूनियर क्रिकेटर्स, घर पर कर रहे वर्कआउट
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखकर तमाम तरह के क्रिकेट टूर्नामेंट रद हो गए हैं। टूर्नामेंट रद होने से खिलाड़ी हताश जरूर हैं बावजूद इसके यूटीसीए की तरफ से नए सीजन की रजिस्ट्रेशन शुरू होने से एक बार फिर खिलाड़ी अपनी लय में आ गए हैं।
चंडीगढ़, [विकास शर्मा]। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखकर तमाम तरह के क्रिकेट टूर्नामेंट रद हो गए हैं। टूर्नामेंट रद होने से खिलाड़ी हताश जरूर हैं, बावजूद इसके यूटीसीए की तरफ से नए सीजन की रजिस्ट्रेशन शुरू होने से एक बार फिर खिलाड़ी अपनी लय में आ गए हैं।
खिलाड़ी अपनी फिटनेस और वर्कआउट पर नियमित काम कर रहे हैं। ट्राईसिटी के इन क्रिकेटर्स ने बताया कि वह घर में या सुबह शाम पार्क में जाकर भविष्य के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं।
अगले सीजन की तैयारी में जुटे हैं पारस
डीएवी एसएस स्कूल -8 में पढ़ने वाले पारस ने बताया कि यूटीसीए ने बीसीसीआइ के आगामी सीजन के लिए खिलाड़ियों की रजिस्ट्रेशन शुरू कर दी है। पिछले सीजन में वह अंडर -16 में खेले थे, लेकिन इस बार वह अंडर -19 में खेलेंगे। जिस वजह से उन्हें अभी से मेहनत करनी पड़ रही है, ताकि अंडर -19 टीम में वह अपनी जगह बना सकें।
फिटनेस बनाए रखना अहम
गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल -32 में पढ़ने वाले प्रथम सोढ़ी वर्ष 2019 में यूटीसीए अंडर -16 टीम के कप्तान थे, वह भी इस बार अंडर -19 टीम में खेलेंगे। सोढ़ी कहते हैं कि पूरी टीम के बिना प्रेक्टिस करने का मजा तो नहीं आता है, लेकिन अभी खुद कोरोना संक्रमण से बचाना अहम है, इसलिए घर पर ही प्रेक्टिस करता हूं।
शेड्यूल न बिगड़े इसलिए रोज जाता हूं पार्क
जीएमएसएसएस -26 में पढ़ने वाले क्रिकेटर दक्ष कालिया बताते हैं कि वह इस साल अंडर -16 आयुवर्ग के लिए यूटीसीए में ट्रायल देंगे, ऐसे में वह खूब मेहनत कर रहे हैं। शेड्यूल न बिगड़े इसके लिए वह रोज प्रेटिक्स करने के लिए पार्क में चले जाते हैं, जहां वह स्टैमिना बढ़ाने के लिए योग व एक्सरसाइज करते हैं।
रोजाना भेजता हूं कोच को अपना वर्कआउट
सेंट सोल्जर स्कूल पंचकूला में पढ़ने वाले तन्मय बताते हैं कि उनके कोच नागेश गुप्ता उनके लिए काफी मेहनत करते हैं, वह रोजाना कोचिंग लेने वाले खिलाड़ियों के वर्कआउट का वीडियो मंगवाते हैं। इसके अलावा क्रिकेट की बेहतरीन पारियों से जुडी फुटैज भी भेजते रहते हैं। ताकि हम खेल के प्रति प्रेरित हो सकें।