चंडीगढ़ के व्यापारी नेता कैलाश जैन बोले- संपूर्ण Lockdown लगाए प्रशासन, पांबदियां मंजूर नहीं

चंडीगढ़ के व्यापारी नेता व चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल के संयोजक कैलाश चंद जैन ने प्रशासन से वर्तमान में लागू पाबंदियों पर सवाल खड़े किए हैं। उनकी मांग है कि शहर के व्यापारी या तो पूरा लॉकडाउन चाहते हैं नहीं तो सभी दुकानों को खोलने की अनुमति चाहते हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 10:44 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 10:44 AM (IST)
चंडीगढ़ के व्यापारी नेता कैलाश जैन बोले- संपूर्ण Lockdown लगाए प्रशासन, पांबदियां मंजूर नहीं
चंडीगढ़ के व्यापारी नेता व चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल के संयोजक कैलाश चंद जैन।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ के व्यापारी नेता व चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल के संयोजक कैलाश चंद जैन ने प्रशासन से वर्तमान में लागू पाबंदियों को आगे बढ़ाने से पहले शहर के सभी व्यापारिक संगठनों की बैठक बुलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि शहर के व्यापारी या तो पूरा लॉकडाउन चाहते हैं नहीं तो सभी दुकानों को खोलने की अनुमति चाहते हैं। इस प्रकार के आधे अधूरे लॉकडाउन से कोरोना की चेन तो नहीं टूटेगी बल्कि व्यापारी अवश्य टूट जाएगें।

कैलाश चंद जैन ने कहा है कि प्रशासन को लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का कोई भी फैसला लेने से पहले यह जानना जरूरी है कि व्यपारी इस मामले में क्या चाहते हैं। इसलिए प्रशासन को सर्वदलीय बैठक की तर्ज पर शहर के सभी व्यपारिक संगठनों और व्यापारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लॉकडाउन के संबंध में  सभी पहलुओं पर विचार करना चाहिए।

कैलाश जैन का कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोना दिन प्रतिदिन बड़ी तेजी से अपने पांव पसारती जा रही है। चंडीगढ़ कोरोना की यह चेन बढ़ती जा रही है। ऐसा लगता है कि कोरोना की इस बढ़ती हुई चेन को तोड़ने के लिए कंप्लीट लॉकडाउन के अलावा कोई चारा नजर नहीं आ रहा। लेकिन शहर में  लंबा लॉकडाउन लगाने की बजाय आधा अधूरा लॉकडाउन लगाया गया है और लॉकडाउन के तहत आज जो गाइडलाइंस जारी की गई है उनके अनुसार सड़कों पर वाहन यातायात जारी रहेगें, 50 फीसद स्टाफ के साथ दफ्तर खुलेंगे, बहुत सारे  कमर्शियल एक्टिविटी होती रहेंगी। केवल कुछ चुनिंदा गैर जरूरी सामान बेचने की दुकानें बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। जबकि होटल, रेस्टोरेंट, जरूरी सामान में दूध, ब्रेड, वेजिटेबल, फल फ्रूट, डेयरी प्रोडक्ट, अंडा, मीट, बेकरी , करियाणा,  कन्फेक्शनरी, ग्रोसरी,  मोबाइल रिपेयर , चश्मे आदि की दुकानें खोलने की इजाजत है तो फिर बंद क्या है।

कैलाश जैन का कहना है कि  इस प्रकार तो केवल 10 से 20 फीसद दुकान ही बंद होगी जो कि इन दुकानदारों के साथ सरासर नाइंसाफी है। या तो पूरा लॉकडाउन लगाया जाए या फिर सारी दुकानें खोली जाए।

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