एजुकेशन, हेल्थ, कॉमर्स, आइटी का रीजनल हब बनेगा चंडीगढ़

सेक्टर-10 स्थित होटल माउंट व्यू में यूटी प्रशासन और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (प्रोग्राम) के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय वर्कशॉप में एडवाइजर धर्म पाल ने यह जानकारी दी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:11 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:11 AM (IST)
एजुकेशन, हेल्थ, कॉमर्स, आइटी का रीजनल हब बनेगा चंडीगढ़
एजुकेशन, हेल्थ, कॉमर्स, आइटी का रीजनल हब बनेगा चंडीगढ़

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

वर्ष 2030 तक नियोजित शहर चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी के तौर पर डेवलप किया जाएगा। ऐसा शहर जिसमें कार्बन का उत्सर्जन न हो। प्रशासन का फोकस शहर को क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी, स्मार्ट सिटी जिसमें स्मार्ट-ट्रांसपोर्ट, बिल्डिग, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स, हेरिटेज प्रिजर्वेशन एंड प्रोटेक्शन और 23 गांवों की डेवलपमेंट का प्लान लागू करने पर है। सेक्टर-10 स्थित होटल माउंट व्यू में यूटी प्रशासन और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (प्रोग्राम) के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय वर्कशॉप में एडवाइजर धर्म पाल ने यह जानकारी दी। फ्यूचर रेडी चंडीगढ़ 2030 एंड बियॉन्ड विषय पर आयोजित यह वर्कशॉप भविष्य की योजनाओं और चुनौतियों पर है। सोमवार को प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने इस वर्कशॉप की शुरुआत कराई। इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्विसेज को बेहतर कर भविष्य के चंडीगढ़ के लिए जरूरत अनुसार रोडमैप तैयार करना है। वर्कशॉप में शहर से जुड़ी डेवलपमेंट के विषयों पर विशेषज्ञों ने प्रेजेंटेशन दी। भविष्य की चुनौतियां

एडवाइजर धर्म पाल ने इस वर्कशॉप से अपनी उम्मीदों के बारे में बताया। जिन चीजों पर प्रशासन का फोकस है उनके बारे में बताने के बाद उन्होंने चुनौतियों की जानकारी भी दी, जिनसे निपटना है। इनका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को एजुकेशन, हेल्थ, कॉमर्स, सर्विस, आईटी, माइक्रो चिप बनाने, मेडिकल इंस्ट्रूमेंट बनाने का रीजनल हब बनाना है। इसके अलावा ग्रामीण एरिया के लिए भविष्य का प्लान, जलवायु परिवर्तन के लिए तैयार रहना भी चुनौती है। वहीं 2030 तक चंडीगढ़ को कार्बन न्यूट्रल यानी इसका उत्सर्जन जीरो करना भी इसमें शामिल है। वर्कशॉप के पांच मुख्य विषय

- अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड प्लानिग, ट्रांसपोर्ट एंड मोबिलिटी

- एन्वायरमेंट, क्लाइमेट एक्शन, टूरिज्म एंड हेरिटेज प्रिजर्वेशन

- एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट, इंप्लायमेंट, इकोनोमिक एबिलिटी

- हेल्थ न्यूट्रीशन

- सामाजिक सुरक्षा और सभी रहें सुरक्षित

प्रशासक ने कहा- वर्कशॉप के बाद फॉलोअप जरूरी

प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के एक्सप‌र्ट्स अपने आइडिया पेश कर रहे हैं। उन्होंने आशा जताई कि वर्कशॉप सभी हितधारकों को समान प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगी। पुरोहित ने कहा कि बात सिर्फ वर्कशॉप तक सीमित न रहे। वर्कशॉप के बाद इस विजन को हकीकत में बदलने के लिए फॉलोअप एक्शन लेना सुनिश्चित किया जाए। विशेषज्ञों ने दी प्रेजेंटेशन

वर्कशॉप में विशेषज्ञों के अलग-अलग ग्रुप बनाए गए हैं। एमसी कमिश्नर अनिदिता मित्रा ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और इससे जुड़ी चुनौतियों पर प्रेजेंटेशन दी। ग्रीन बिल्डिग जरूरत और फायदे, अर्बन रेजिलेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, दिल्ली मास्टर प्लान से सीख और ग्रीन मोबिलिटी पर जानकारी दी। सेक्रेटरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी देबेंद्र दलाई और सेक्रेटरी सोशल वेलफेयर ने चंडीगढ़ के एतिहासिक महत्व, मल्टी लेवल गवर्नेंस, इकोसिस्टम का इकोनॉमिक वेल्यूएशन और कार्बन कम करने की रणनीति पर जानकारी दी।डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन पलिका अरोड़ा ने एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट पर प्रेजेंटशन दी। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर, सर्विसेज को बेहतर करने और संसाधनों का सही इस्तेमाल होना चाहिए। लोगों का जीवन और बेहतर बनाने और आर्थिक वृद्धि के लिए काम जारी रहना चाहिए। चंडीगढ़ हमेशा की तरह इस दिशा में अलग कर आगे बढ़ेगा। इस वर्कशॉप में बुद्धिजीवी इसी ओर बढ़ रहे हैं।

- बनवारी लाल पुरोहित, प्रशासक, चंडीगढ़।

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