केंद्र सरकार की प्रतियोगिता में स्वरमणि यूथ क्लब को जिले में पहला स्थान, मिला 30 हजार रुपये का कैश प्राइज

चंडीगढ़ के सेक्टर-45 में स्थापित स्वरमणि यूथ क्लब को भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय व एमएचआरडी द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में जिला स्तर पर पहला स्थान मिला है। क्लब को पुरस्कार नेहरू युवा केंद्र की तरफ से सौंपा गया।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 03:58 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 03:58 PM (IST)
केंद्र सरकार की प्रतियोगिता में स्वरमणि यूथ क्लब को जिले में पहला स्थान, मिला 30 हजार रुपये का कैश प्राइज
चंडीगढ़ के मेयर रविकांत के साथ स्वरमणि यूथ क्लब के सदस्य। (जागरण)

चंडीगढ़, जेएनएन। समाज सेवा की सोच के साथ सेक्टर-45 में स्थापित स्वरमणि यूथ क्लब को भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय व एमएचआरडी द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में जिला स्तर पर पहला स्थान मिला है। जिसके लिए क्लब को 30 हजार रूपये का कैश प्राइज मिला है। जानकारी देते हुए यूथ क्लब के संस्थापक रोहित कुमार ने बताया कि यह अवार्ड वर्ष 2019 में किए गए काम के लिए मिला है, जो कि मंगलवार को नेहरू युवा केंद्र की तरफ से सौंपा गया है।

कोरोना महामारी के चलते यह अवॉर्ड देरी से मिला है। रोहित ने बताया कि इस अवार्ड के लिए क्लब की तरफ से किए गए कामों को पेश किया गया था जिसमें स्वच्छता का नारा लेखन, पौधारोपण, स्वच्छता की पेंटिंग बनाना, गीला और सूखा कचरा सरंक्षण, जैविक खाद का उपयोग, प्लास्टिक से दूरी बनाने के काम सहित गाँव मे कचरा एवं नाली सफाई कार्य आदि कार्यो को शामिल किया गया है।

मेयर सहित विभिन्न अधिकारियों से की मुलाकात

कैश अवॉर्ड लेने के बाद क्लब के सदस्यों ने नगर निगम मेयर रविकांत शर्मा, कमिश्नर केके यादव, समाजिक विकास अधिकारी विवेक त्रिवेदी सहित विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात की और काम की जानकारी दी। वहीं क्लब के सदस्य प्रदीप ने बताया कि वर्ष 2018 में भी इसी प्रकार के कार्य के लिए क्लब को स्टेट लेवल पर सम्मानित किया गया है। जिसमें क्लब को दो पुरस्कार मिले थे। प्रदीप ने बताया कि इस प्रकार के कार्य को वर्तमान में भी जारी रखा हुआ है और गीले-सूखे कचरे को रिसाइकल करने की तर्ज पर हम बिजली और कांच के कबाड़ को रिसाइकिल करने का काम कर रहे है । जिसकी शुरूआत हो चुकी है । जहां पर भी कांच और बिजली के उपकरणों का कबाड़ मिलता है वह उसे उठाते है और उसे रिसाइकल सेंटर तक लेकर जाते है ताकि वह पर्यावरण को प्रदूषित न करें और बेहतर पर्यावरण का निर्माण हो सके ।

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