Chandigarh Covid Care Management: स्कूल टीचर्स कंटेनमेंट जोन में तो क्लर्क देंगे कॉल सेंटर में देंगे सेवाएं
चंडीगढ़ के 12 क्लर्क कोविड हेल्पलाइन पर सेवाएं देंगे। ये हेल्पलाइन सेक्टर-16 स्थित अस्पताल से चल रही है। यहां घर में आइसोलेट मरीजों से लगातार संपर्क बना कर उनका हालचाल जानने से लेकर उन्हें दवाई और खाने तक की सलाह दी जा रही है।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। कोविड-19 मैनेजमेंट में स्कूल टीचर्स के बाद अब क्लर्क स्टाफ की भी ड्यूटी लगाई गई है। जिला शिक्षा अधिकारी नीना कालिया ने 12 क्लर्कों को कोविड हेल्पलाइन पर सेवाएं देने के निर्देश दिए हैं। यह हेल्पलाइन सेक्टर-16 स्थित अस्पताल से चल रही है। यहां घर में आइसोलेट मरीजों से लगातार संपर्क बना कर उनका हालचाल जानने से लेकर उन्हें दवाई और खाने तक की सलाह दी जा रही है। उल्लेखनीय है कि इस ड्यूटी में पहले शहर की टीचर्स काम कर रहे थे, लेकिन जैसे ही शिक्षा विभाग ने स्कूलों में टीचर्स को गर्मियों की छुट्टियां दी तो उसके बाद लिपिक स्टाफ को कोरोना महामारी के कॉल सेंटर पर काम करने के निर्देश जारी हुए हैं।
टीचर्स कंटेनमेंट जोन में कर रहे ड्यूटी
शिक्षा विभाग में कार्यरत 150 के करीब टीचर्स डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कंटेनमेंट जोन में जाकर सेवाएं दे रहे हैं, जिसके तहत कंटेनमेंट जोन की चेकिंग करने से लेकर वहां पर रह रहे लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम स्कूल टीचर्स की जिमेवारी है। इसी के साथ चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से की जा रही चेकिंग में भी शहर के स्कूलों में कार्यरत सरकारी टीचर की ड्यूटी लगाई गई है।
फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करने की ओर चुकी है मांग
करोना महामारी के दौरान काम करते हुए शहर के टीचर अमित मित्तल का देहांत हो चुका है। इसके बाद यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन और ज्वाइंट एक्शन कमेटी, टीचर्स यूनियन ने शिक्षा विभाग और चंडीगढ़ प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की है कि कोरोना महामारी में ड्यूटी दे रहे टीचर्स को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करें ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति में उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उल्लेखनीय है कि कंटेनमेंट जोन में सेवा दे रहे अध्यापक अमित मित्तल की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें शहर के किसी भी अस्पताल में भर्ती होने की जगह नहीं मिली थी। उन्हें पैतृक शहर पानीपत ले जाया गया जहां पर उनका देहांत हो गया था।