चंडीगढ़ पीयू में प्रोफेसरों की प्रमोशन मामले में चांसलर ने प्रशासन से मांगा जवाब, 45 दिन से शिक्षक कर रहे विरोध प्रदर्शन
चंडीगढ़ पीयू में 100 शिक्षकों की कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के तहत प्रमोशन के मामले में चांसलर ऑफिस ने पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन से जवाब तलब कर लिया है। इस मामले में बीते 45 दिन से पीयू के प्रोफेसर पीयू कुलपति के घर के सामने लगातार धरना दे रहे हैं।
चंडीगढ़, [डॉ सुमित सिंह श्योराण]। पंजाब यूनिवर्सिटी के करीब 100 शिक्षकों की कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के तहत प्रमोशन के मामले में चांसलर ऑफिस ने पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन से जवाब तलब कर लिया है। सूत्रों के अनुसार पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर एसोसिएशन द्वारा पीयू चांसलर एम वेंकैया नायडू को पत्र लिखा गया था, जिसमें पंजाब यूनिवर्सिटी के उच्च अधिकारियों द्वारा कैस प्रमोशन को लटकाने की शिकायत की गई थी। मामले में चांसलर ऑफिस द्वारा पंजाब यूनिवर्सिटी कुलपति से भी जवाब तलब किया गया है।
सूत्रों के अनुसार बीते दिनों कुलपति को मामले में दिल्ली भी तलब किया गया। पंजाब यूनिवर्सिटी शिक्षकों की प्रमोशन का मामला लगातार चर्चा में रहा है। बीते 45 दिन से पीयू के प्रोफेसर पीयू कुलपति के घर के सामने लगातार धरना दे रहे हैं। शनिवार को भी शिक्षकों ने खराब मौसम के बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी रखा। शिक्षकों का कहना है कि कैस प्रमोशन उनका अधिकार है। लेकिन पीयू कुलपति द्वारा उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई, इसलिए उन्हें मामले में पीयू चांसलर को चिट्ठी लिखनी पड़ी।
प्रमोशन का रास्ता खुलने की उम्मीद
पंजाब यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन प्रेसिडेंट मृत्युंजय कुमार ने कहा कि मामला चांसलर आफिस में जाने के बाद अब जल्द ही प्रमोशन का रास्ता खुलेगा। उधर शिक्षकों के धरने को लेकर पहले ही पंजाब यूनिवर्सिटी पटियाला और दूसरी यूनिवर्सिटी के शिक्षकों द्वारा भी पूरा समर्थन दिया जा रहा है और पूर्व पुटा प्रेजिडेंट प्रोफेसर राजेश गिल ने कहा कि जब तक कैस प्रमोशन पर पीयू प्रशासन फैसला नहीं लेता विरोध प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि कुलपति के अड़ियल रवैया के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी की छवि खराब हो रही है।
सीनेट चुनाव के लिए एकजुट होंगे छात्र संगठन
सीनेट इलेक्शन पर एसएफएस ने सभी छात्र संगठनों को एकजुट करने की कोशिश शुरू कर दी है पंजाब यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी की गवर्निंग बॉडी सीनेट इलेक्शन ना कराए जाने का मामला भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इस मामले में अब छात्र संगठनों ने भी एकजुट होकर आवाज उठाने की कोशिशें शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार एसएफएस ने सीनेट चुनाव कराने को लेकर सभी छात्र संगठनों से एकजुट होने की अपील की है। जल्दी छात्र संगठन इस मामले में विरोध प्रदर्शन को लेकर भी प्लानिंग कर रहे हैं।