गपशप... चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं के बेटे पार्टी कार्यक्रम मुख्य अतिथि, नेता बोले- चुनाव में नहीं उतारेंगे

चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बेटे भी राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। हालांकि उनके पास पार्टी के कोई पद नहीं है। बावजूद पार्टी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जा रहा है। हालांकि पार्टी नेता बेटों को चुनाव में उतारने के मना कर रहे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 01:11 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 01:11 PM (IST)
गपशप... चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं के बेटे पार्टी कार्यक्रम मुख्य अतिथि, नेता बोले- चुनाव में नहीं उतारेंगे
पार्टी के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे कांग्रेस नेता पवन बंसल और सुभाष चावला के बेटे।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ कांग्रेस पार्टी के नेताओं के बेटे भी राजनीति में सक्रिय हो गए हैं। हालांकि उनके पास पार्टी के कोई पद नहीं है। बावजूद पार्टी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया जा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के बेटे मनीष बंसल और कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला के बेटे सुमित चावला को युवा कांग्रेस ने राहुल गांधी के जन्मदिवस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बुलाया था। 

हालांकि पार्टी नेता पवन बंसल और सुभाष चावला इस बात के लिए कहते हैं वह अपने बच्चों को चुनावी मैदान के लिए नहीं उतारेंगे। जबकि दोनों ही पार्टी की गतिविधि में पूरी तरह से सक्रिय हैं। पार्टी के नेता इनके चुनाव में उतरने का इंतजार भी कर रहे हैं और नेता गपशप करते हुए यह बात दोनों के पिता के सामने भी कर देते हैं। जबकि सुभाष चावला पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद यह स्पष्ट कर चुके हैं कि वह खुद या उनके परिवार के सदस्य में से कोई भी नगर निगम चुनाव नहीं लडे़गा। जबकि कई नेताओं का कहना है कि सीनियर नेता कहते कुछ और हैं और होता कुछ और ही है।

हमारे पार्षद दिलेर

कोरोना संक्रमण के कारण इस समय हर कोई दिल्ली जाने से कतरा रहा है। बावजूद नगर निगम के आठ पार्षदों ने दिल्ली जाकर दो गारबेज प्लांट का निरीक्षण करने की हिम्मत दिखाई। जबकि चंद विरोधियों ने इसे टूर का नाम दिया। टूर का नाम आते ही पार्षदों की शहर में जमकर आलोचना भी शुरू हो जाती है लेकिन पार्षद सुबह सेवरे चंडीगढ़ से निकले और रात को घर वापस आ गए। जबकि कांग्रेस का कोई भी पार्षद दिल्ली नहीं गया। ऐसे में भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने अपने पार्षदों को दिलेर कह कर संबोधित किया। सूद ने कहा कि इस समय कितना रिस्क पीरियड चल रहा है बावजूद उनकी पार्टी के पार्षदों ने शहर के प्रति जिम्मेदारी दिखाते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना दिल्ली गए। जो 8 पार्षद दिल्ली गए उनमें छह भाजपा के पार्षद थे। भाजपा नेता गपशप करते हुए कह रहे हैं कि कांग्रेस सिर्फ सदन में शोर डालना जानती है जबकि नए प्लांट को स्टडी करने के लिए तैयार नहीं है। नगर निगम डड्डूमाजरा में नया गारबेज प्लांट लगाना चाहती है। 

जन्मदिवस की राजनीति

पूर्व सांसद सत्यपाल जैन और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन के साथ छत्तीस का आकड़ा है।दोनो आपस में काफी दूरी बनाकर चलते हैं।भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष अरुण सूद और जैन की भी राजनीतिक तौर पर आपस में बनती नहीं है।इसकी जानकारी हर किसी को है।दोनो के समर्थक हाईकमान को समय समय पर एक दूसरे की शिकायत भी लगाते हैं।पिछले सप्ताह सत्यपाल जैन का जन्मदिवस था लेकिन भाजपा के पूर्व अध्यक्ष संजय टंडन ने सोशल मीडिया पर अपनी और जैन की तस्वीर सांझा करते हुए जन्मदिन की बधाई दी।जिसे देखकर हर कोई हैरान भी हुआ।जबकि कई बार तो यह हाल भी हुआ है कि किसी कार्यक्रम में अगर दोनो में से कोई एक नेता जाता था तो दूसरा उस कार्यक्रम में जाने से परहेज करता था।गुटबाजी इतनी हावी है कि मीडिया के जारी प्रैसनोट में अपने विरोधी नेता का नाम सबसे बाद में लिखा जाता है। पूर्व सांसद सत्यपाल जैन के जन्मदिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ जिसमे भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद भी पहुंचे।ऐसे में लोग कहते है कि इसे ही राजनीति कहते हैं।

सेटिंग का खेल

नगर निगम के अतिक्रमण हटाओ दस्ते का शहर में खूब खेल चल रहा है।वह पिक एंड चूज का इस्तेमाल करते हुए कुछ पर मेहरबानी दिखा देते है तो कुछ पर बार बार कार्रवाई कर देते हैं।ऐसे में इस कोरोना काल में व्यापारियों और वेंडर्स में दस्ते के कर्मचारियों का खौफ है।कुछ पर मेहरबानी दिखाते हुए सबके सामने सामान तो उठा लेते हैं लेकिन कुछ दूरी पर जाकर संबंधित व्यापारी और वेंडर्स का सामान भी छोड़ दिया जाता है।ऐसा खेल सिर्फ धूंल झोकने के लिए किया जा रहा है।इस महामारी में भी सेटिंग का बाजार गरम है जिसे आला अधिकारी भी नहीं रोक पाते।दो माह पहले दूसरे विभागों से तीन कर्मचारियों को अतिक्रमण हटाओ दस्ते में सब इंस्पेक्टर की जिम्मेवारी दी गई इसके बावजूद कोई फर्क नहीं पड़ा।हाल ही में नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ दस्ता भी ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा से लेकर हाल ही में ज्वाइंन किए पीसीएस रोहित गुप्ता को दे दिया है।यह भी बताया जा रहा है कि अतिक्रमण हटाओ दस्ते को अरोड़ा ने खुद ही छोड़ने की अपील कमिश्नर केेके यादव को की थी।

chat bot
आपका साथी