लग्जरी गाडिय़ों की चोरी में हरियाणा रजिस्टरिंग अथॉरिटी की मिलीभगत का शक
यूटी पुलिस की ओर से नोटिस जारी कर हरियाणा रजिस्टरिंग अथॉरिटी के अधिकारियों को जांच में शामिल होने को कहा गया है। इससे कई अफसर सकते में हैं।
चंडीगढ़ [कुलदीप शुक्ला]। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ समेत अन्य स्थानों से लग्जरी गाडिय़ां चोरी कर उन्हें फर्जी दस्तावेज के सहारे बेचने वाले गैंग के दोनों सदस्यों से यूटी पुलिस पूछताछ करने में जुटी है। इसीलिए उन्हें कोर्ट से रिमांड पर लिया गया है। उधर, गाडिय़ों के फर्जी दस्तावेज बनवाने के मामले में पुलिस को शक है कि इसमें हरियाणा रजिस्टरिंग अथॉरिटी के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत हो सकती है। ऐसे में यूटी पुलिस की ओर से नोटिस जारी कर हरियाणा रजिस्टरिंग अथॉरिटी के अधिकारियों को जांच में शामिल होने को कहा गया है। यही वजह है कि हरियाणा रजिस्टरिंग अथॉरिटी के कई अफसर मामले को सकते में हैं। पुलिस को भरोसा है कि यदि अधिकारियों में साथ दिया तो गैंग के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है।
छापामारी में जुटी पुलिस की पांच टीमें
यह अंतरराज्यीय गैंग उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में सक्रिय हैं। गैंग के सदस्य अलग-अलग तीन ग्रुप में बंटे हैं। पहला गाड़ियां चोरी करने, दूसरा फर्जी दस्तावेज बनवाने और तीसरा ग्रुप पुरानी और एक्सीडेंट में खराब होने वाली गाडिय़ों को खरीदने के बाद चोरी की गाड़ियों के इंजन-चेसिस नंबर बदल बेचने का काम करता था। आरोपितों में हरियाणा के जिला रोहतक स्थित गांव सीसर खास निवासी आपराधिक रिकार्ड वाले रमेश और वार्ड नंबर-5 के अमित उर्फ साबू की निशानदेही पर पांच टीमें छापामारी करने में लगी हैं।
एथलीट बनाना चाहता था अमित उर्फ साबू
पुलिस रिमांड में सामने आया कि रोहतक के वार्ड नंबर-5 निवासी 37 वर्षीय अमित उर्फ साबू एथलीट बनाना चाहता था। उसके कई मुकाबलों में भी हिस्सा ले चुका है। उससे जुड़े वेटलिफ्टिंग के कई वीडियो भी सामने आएं हैं। हालांकि पुलिस के अनुसार उसने अभी तक कोई बड़ा मुकाबला नहीं जीता। उसके बाद साबू अपराध की दुनिया में चला गया।
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