चंडीगढ़ पुलिस की स्पेशल ड्राइव में 263 रोडवेज बस चालकाें के काटे चालान, ट्रैफिक नियम तोड़ने का आराेप
चंडीगढ़ में पंजाब हरियाणा और हिमाचल के साथ राजस्थान रोडवेज की बसें भी चलती है। इसके अलावा चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग की बसें भी लोकल रोड पर कई बार बिना नियंत्रण चलने से हादसे को अंजाम दे चुके हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में एसएसपी ट्रैफिक मनीषा चौधरी के निर्देशानुसार 16 अगस्त से 10 सितंबर तक ट्रैफिक वायरेशन करने वाले रोडवेज बसों के खिलाफ स्पेशल चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान ट्रैफिक कर्मियों ने कुल 263 बसों के अलग-अलग ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर चालान जारी किया गया। इसमें रेड लाइट जम्प, जेब्रा क्रासिंग, रांग टर्न, गलत पार्किंग, ओवरस्पीड ड्राइविंग सहित अन्य नियमों की अवहेलना शामिल है। एसएसपी के अनुसार सड़क हादसों से कमी लाने सहित दूसरे के बचाव में इस तरह की ड्राइव चलाई जाएगी।
चंडीगढ़ में पंजाब हरियाणा हिमाचल के साथ राजस्थान रोडवेज की बसें भी चलती है। इसके अलावा चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग की बसें भी लोकल रोड पर कई बार बिना नियंत्रण चलने से हादसे को अंजाम दे चुके हैं। इसी तरह लापरवाही से चलने वाली अनियंत्रित बस चालकों के खिलाफ शिकंजा कसने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने स्पेशल ड्राइव चलाया था। पांच साल में चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) की बसों से 591 सड़क दुर्घटनाएं हुईं और 49 लोगों ने जान गंवाई। इसके लिए सीटीयू चालक जिम्मेवार हैं। जान गंवाने वालों में पैदल चलने वाले, साइकिल चालक, दोपहिया वाहन चालक समेत 49 लोगों ने जान गंवाई। यह खुलासा आरटीआई से मिली जानकारी में हुआ है।
591 हादसों की सूचना पुलिस के पास
सीटीयू ड्राइवरों की लापरवाही से 591 हादसों की सूचना पुलिस के पास है, जिनमें से कुल 510 हादसों में घायलों को या तो मामूली या फिर गंभीर चोटें आईं। चंडीगढ़ में सीटीयू बसों के चार डिपो हैं। लंबी दूरी की बसों पर डिपो नंबर-1 और 3 रन हैं। डिपो नंबर-1 के अंतर्गत आने वाली सीटीयू बस की टक्कर से 22 वर्षीय युवक की चंडीगढ़ मध्यमार्ग पर दर्दनाक मौत हुई थी।
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