Chandigarh Ankit Kidnapping: पड़ोसी ही निकाला मास्टरमाइंड, घर में लड़की की शादी की तैयारियां देख रची अपहरण की साजिश

चंडीगढ़ में घर से साइकलिंग करने निकले किशोर के अपहरण के मामले में कामयाबी हासिल कर चंडीगढ़ पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की पहचान किशनगढ़ के पंकज गुप्ता विशाल गुप्ता रामदरबार के रजत और मुकेश कुमार के रुप में हुई है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:20 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 06:20 PM (IST)
Chandigarh Ankit Kidnapping: पड़ोसी ही निकाला मास्टरमाइंड, घर में लड़की की शादी की तैयारियां देख रची अपहरण की साजिश
अंकित अपहरण कांड में चंडीगढ़ पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सांकेतिक चित्र।

मनीमाजरा, (चंडीगढ़), जेएनएन। तीन दिन पहले अपने घर से साइकलिंग करने निकले किशोर के अपहरण के मामले में कामयाबी हासिल कर चंडीगढ़ पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की पहचान किशनगढ़ के पंकज गुप्ता, विशाल गुप्ता, रामदरबार के रजत और मुकेश कुमार के रुप में हुई है। पांचवां आरोपित बलटाना निवासी अजय शर्मा अभी फरार है। पुलिस की टीम आरोपित अजय को पकड़ने के लिए हरियाणा में अलग-अलग जगह छापेमारी कर रही है। वहीं पुलिस ने वीरवार को चारो आरोपितों को कोर्ट में पेश किया। जहां से अदालत ने उन्हें चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। 

पड़ोसी ही निकला मास्टरमाइंड 

पुलिस के अनुसार आरोपित पंकज गुप्ता और विशाल गुप्ता दोनों सगे भाई हैं। दोनों ही अंकित के पड़ोस में रहते हैं। वे प्राइवेट बैंक में रिकवरी एजेंट का काम करते हैं। पंकज गुप्ता शादीशुदा है और उसकी एक बेटी है। उसका भाई विशाल गुप्ता की शादी नहीं हुई है। अपहरण की साजिश पंकज गुप्ता ने रची थी। इसके बाद उन्होंने इस योजना में अपने भाई और अन्य आरोपितों मुकेश, रजत और अजय को शामिल किया। वहीं योजना को कामयाब बनने के लिए दोनों भाइयों ने अंकित की रेकी करना शुरू कर दी।  

प्राइवेट बैंक में रिक्वरी का करते थे काम 

पुलिस के अनुसार पांचों आरोपितों में से विकास, पंकज और मुकेश तीनों शहर की एक प्राइवेट बैंक में रिक्वरी ऐजेंट का काम करते थे। तीनों की आपस काफी अच्छी दोस्ती है। तीनों ने बैंक के नौकरी के दौरान इस योजना पर काम करना शुरू किया। जिसके बाद मुकेश ने अपहरण की इस योजना में रजत और अजय शर्मा को शामिल किया। 

आर्थिक मंदी से जूझ रहे थे आरोपित

पुलिस के अनुसार आरोपित पंकज और विकास काफी समय से आर्थिक मंदी से जूझ रहे थे। इन दोनों को अपनी बीएमडब्लयू बाइक की किस्त देने में काफी दिक्कतें आ रही थी। वहीं, अजय को भी ब्रेजा कार की किस्त जमा करने में काफी परेशानी हो रही थी। विकास और पंकज ने देखा क‌ि अंकित की बहन शादी अक्टूबर में होनी है । इसके लिए परिजन रोजाना खरीदारी कर रहे हैं। यह देखकर अपनी आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए पांच आरोपितों ने अंकित को अपहरण करने की साजिश रची।  

पुलिस की पल-पल की खबर पहुंचा रहा था मास्टरमाइंड 

पुलिस के अनुसार योजना के अनुसार वारदात को अंजाम देने के लिए ब्रेजा कार में जाली नंबर लगाकर अजय, रजत और मुकेश अंकित को अपहरण करने के लिए निकल गए। जबकि मुकेश और विकास अपने घर पर रहे और अपहरण की सूचना फैलते ही वो दोनों अंकित के परिजनों के साथ साथ रहे। इस दौरान पुलिस आरोपितों को पकड़ने के लिए जो भी योजना बनाती तो दोनों अपने फोन तीनों आरोपितों को पुलिस की पल पल खबर देते रहे। जिसके कारण घबरा कर आरोपित अंकित को बलटाना के पास छोड़ कर फरार हो गए। 

ब्रेजा कार के सुराग पकड़े आरोपित 

वारदात के पुलिस ने पंचकूला और बलटाना के सभी सीसीटीवी को खंगालना शुरू कर दिया। जिसके बाद बलटाना के सैनी विहार में एक सीसीटीवी में कार का नंबर एचआर-49-इ-4463 कैद हो गया। परंतु जब पुलिस ने नंबर को वेरीफाई तो पता चला कि कार पर जाली नंबर लगाया गया था।   वहीं सीसीटीवी में कुछ देर बाद वही ब्रेजा कार अपने असली नंबर एचआर-03-वाइ-4270 लगाकर निकली। पुलिस ने शक के आधार पर इस ब्रेजा कार के मालिक  रोहित शर्मा के पास पहुंची। जहां से पुलिस को पता चला कि आजकल इस कार को अजय शर्मा चला रहा है। वहीं सीसीटीवी में अजय के साथ कार में रजत को देखा गया। जिसके बाद पुलिस ने रजत को रामदरबार से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान रजत ने पुलिस को सारी योजना के बारे में बताया।

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