चंडीगढ़ में कोठी पर कब्जा कर धोखाधड़ी से बेचने के मामले में यूटी पुलिस के डीएसपी का भाई गिरफ्तार
आरोपित सतपाल डागर यूटी पुलिस के डीएसपी रामगोपाल का भाई है। पुलिस उसे शुक्रवार को जिला अदालत में पेश करेगी। वहीं तीन दिन की रिमांड खत्म होने के बाद गिरफ्तार पत्रकार संजीव महाजन और प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता को भी पुलिस कोर्ट में पेश करेगी।
चंडीगढ़ [कुलदीप शुक्ला]। सेक्टर-37 में कोठी कब्जाने और धोखाधड़ी कर बेचने के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपित प्रॉपर्टी डीलर सतपाल डागर को गिरफ्तार कर लिया है। सतपाल डागर यूटी पुलिस के डीएसपी रामगोपाल का भाई है। पुलिस आरोपित डागर को शुक्रवार को जिला अदालत में पेश करेगी। वहीं, तीन दिन की रिमांड खत्म होने के बाद गिरफ्तार पत्रकार संजीव महाजन और प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता को भी पुलिस कोर्ट में पेश करेगी।
मामले में ये हैं आरोपित, दो गिरफ्तार
मामले में सतपाल डागर (डीएसपी रामगोपाल का भाई), अरविंद सिंगला (शराब कारोबारी), खलिंदर सिंह कादयान (प्रॉपर्टी डीलर), अशोक अरोड़ा (डीलर), संजीव महाजन (पत्रकार), सौरव गुप्ता (डीलर), सुरजीत सिंह (बाउंसर), शेखर, दलजीत सिंह, मनीष गुप्ता (डीलर) समेत अन्य के खिलाफ कुल 15 धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
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सिंगला के बयान एसआइटी के पास दर्ज
पुलिस सूत्रों के अनुसार मामले में आरोपित शराब कारोबारी अरविंद सिंगला ने एसआइटी की जांच में शामिल होकर बयान दिया कि वर्ष 2017 में अशोक अरोड़ा ने उन्हें बताया कि संजीव महाजन सेक्टर-37 स्थित कोठी बेच रहा है। इसके बाद संजीव महाजन और अशोक अरोड़ा के बीच सेक्टर-40 में कोठी की खरीद-फरोख्त को लेकर मुलाकात हुई। एक डीएसपी के आफिस में प्रॉपर्टी डीलर सतपाल डागर के साथ मीटिंग कर कोठी की बेचने की प्रक्रिया पूरी करवाई। आरोप है कि डागर और संजीव ने कहा था कि वे कोठी के सारे कागजात तैयार करवा लेंगे।
पांच साल की बैंक, प्रॉपर्टी डिटेल्स की जांच, ईडी को लेटर भेजेगी पुलिस
पुलिस संजीव महाजन सहित सभी आरोपितों के पांच साल की बैंक अकाउंट डिटेल्ट और प्रॉपर्टी की लिस्ट तैयार कर रही है। संजीव महाजन के छह बैंक अकाउंट मिलने के साथ उसकी पत्नी के अकाउंट की डिटेल्स भी पुलिस मांग चुकी है। आरोपित से अहम दस्तावेज भी बरामद कर जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस केस को एक हाइप्रोफाइल नेक्सस मानकर जांच में लगी है। वह इसकी फाइल तैयार करके प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भेजेगी।