चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में हो रही 9वीं और 11वीं की ऑफलाइन परीक्षा, पेरेंट्स में गुस्सा

प्राइवेट स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट नितिन गोयल ने कहा कि कोरोना सभी के लिए बराबर है। जब सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं रद करके स्टूडेंट्स को पास करने की नीति बना सकता है तो चंडीगढ़ शिक्षा विभाग नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के स्टॅडेंट्स के लिए ऐसा क्यों नहीं कर सकता।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 12:36 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 12:36 PM (IST)
चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में हो रही 9वीं और 11वीं की ऑफलाइन परीक्षा, पेरेंट्स में गुस्सा
चंडीगढ़ प्राइवेट स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट नितिन गोयल।

चंडीगढ़, जेएनएन। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से लेकर हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब शिक्षा बोर्ड ने कोरोना संक्रमण के कारण ऑफलाइन बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। ऐसे में चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के पेपर को स्थगित करने में क्या परेशानी है। इसी प्रकार के सवाल चंडीगढ़ शिक्षा विभाग से पूछ रही है चंडीगढ़ प्राइवेट स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन।

एसोसिएशन प्रेसीडेंट नितिन गोयल ने कहा कि कोरोना सभी के लिए बराबर है। जब सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं के पेपर को रद करके स्टूडेंट्स को पास करने की नीति बना सकता है तो चंडीगढ़ शिक्षा विभाग नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के स्टॅडेंट्स के लिए ऐसा क्यों नहीं कर सकता। स्टूडेंट्स को ऑफलाइन एग्जाम के लिए बुलाकर उन्हें खतरे में डाला जा रहा है।

शहर के 94 स्कूलों में चल रही है ऑफलाइन परीक्षाएं

शहर के 94 सरकारी स्कूलों में ऑफलाइन परीक्षाएं चल रही हैं। इसमें करीब 15 हजार स्टूडेंट्स एग्जाम दे रहे हैं। एक दिन में एक ही क्लास का एग्जाम हो रहा है। सीबीएसई निर्देशों के अनुसार 15 मार्च से ऑफलाइन एग्जाम शुरू हुए थे लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते 22 मार्च को पेपर को रोक दिया था जो कि 12 से 17 अप्रैल को दोबारा से लेने का निर्णय हुआ था। एग्जाम देने के लिए स्टूडेंट्स लगातार स्कूल आ रहे हैं।

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