चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: अब चुनाव के रण में भी उतरेंगे पूर्व सैनिक, एक्स सर्विसमैन कमेटी का फैसला

नगर निगम चुनाव में पूर्व सैनिकों को भी टिकट देने की मांग उठी है। नगर निगम में पूर्व सैनिकों की भागीदारी को लेकर सेक्टर 47डी में नेशनल एक्स सर्विसमैन कोआर्डिनेशन कमेटी चंडीगढ़ के अध्यक्ष राकेश शर्मा के निवास स्थान पर एक बैठक हुई।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 09:58 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 09:58 AM (IST)
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव: अब चुनाव के रण में भी उतरेंगे पूर्व सैनिक, एक्स सर्विसमैन कमेटी का फैसला
नेशनल एक्स सर्विसमैन कोआर्डिनेशन कमेटी चंडीगढ़ की बैठक में मौजूद पूर्व सैनिक।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले भारतीय सैनिक हमेशा ही सर्वोपरी हैं। क्योंकि सैनिकों की बदौलत देश दुश्मनों से सुरक्षित है। ऐसे में अब चंडीगढ़ नगर निगम में पूर्व सैनिकों की भागीदारी बढ़ाने की मांग उठने लगी है। क्योंकि अगले महीने नगर निगम चुनाव हैं। ऐसे में पूर्व सैनिक भी अब चुनाव के मैदान में उतर सकते हैं।

नगर निगम चुनाव में अलग अलग वर्ग और संगठन टिकट मांग रहे हैं। अब पूर्व सैनिकों को भी टिकट देने की मांग उठी है। नगर निगम में पूर्व सैनिकों की भागीदारी को लेकर सेक्टर 47डी में नेशनल एक्स सर्विसमैन कोआर्डिनेशन कमेटी चंडीगढ़ के अध्यक्ष राकेश शर्मा के निवास स्थान पर एक बैठक हुई। इसमें एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य राजमणि यादव, दिनेश महतो, रघुवीर सिंह, बैद्यनाथ झा, मनकेश्वर सिंह, नरेश शर्मा, आरके चंदेल, आर पुंडीर ने भाग लिया। कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि सभी राजनीतिक दल प्रमुखों को ज्ञापने देकर निगम चुनाव में टिकट की मांग की जाएगी। जिस वार्ड में पूर्व सैनिक को टिकट दिया जाएगा सारे पूर्व सैनिक एकजुट होकर उस उम्मीदवार को जीताने के लिए प्रचार करेंगे। 

राजमणि यादव ने कहा कि अभी तक चंडीगढ़ नगर निगम में किसी भी राजनीतिक दल ने पूर्व सैनिकों को टिकट नहीं दिया है यह दुर्भाग्यपूर्ण है। एडवोकेट दिनेश महतो ने चंडीगढ़ में पूर्व सैनिकों की संख्या के आधार पर टिकट देने की मांग की। राकेश शर्मा ने चंडीगढ़ के सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख से मिलने, संस्था की मांग को रखने के लिए एवं ज्ञापन देने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाई एवं विश्वास प्रकट किया कि सभी राजनीतिक दल उनके सुझाव पर विचार करेंगे।

बता दें कि इससे पहले हिमाचल और उतराखंड से जुड़े हुए संगठन भी राजनीतिक दलों से अपने लोगों को टिकट देने की मांग कर रहे हैं। इस समय कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी में वाल्मीकि समुदाय के दो से ज्यादा लोगों को टिकट देने का दबाव बनाया जा रहा है। शहर में डेढ़ लाख से ज्यादा वाल्मीकि समुदाय के लोगों के वोट है। प्रशासन की ओर से हर बार रिटायर्ड फौजी को मनोनीत पार्षद भी मनोनीत किया जाता है। इस समय एमएस कांडल मनोनीत पार्षद हैं। अगले साल की नगर निगम में भी प्रशासन की ओर से किसी पूर्व सैनिक को मनोनीत पार्षद नियुक्त किया जाएगा।

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